अनलाक 1 के अंतर्गत भारत सरकार ने धार्मिक स्थलों को सोमवार से भक्तों के लिए खोल दिया है। 2 माह 15 दिन के बाद जब भगवान के दरबार में लोग पहुंचे तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। दरबार में पहुंचने के बाद श्रद्धालुओं को कड़े नियमों के साथ दूर से ही भगवान के दर्शन करने पड़े।
वहीं शहर के शॉपिंग मॉल खुले। होटल व रेस्टोरेंट भी खुले, लेकिन कोरोना संक्रमण के डर से यहां भीड़भाड़ कम ही पहुंची।
पर्यटन नगरी राजाराम की नगरी ओरछा में सोमवार को पूरे दिन श्रीराम के दर्शनों के लिए लोग कतारों में लगे दिखे। श्री रामराजा सरकार के दर्शनों को लेकर दिनभर लोगों को उत्साह दिखा। कोरोना संक्रमण के चलते अनलॉक-1 के तहत देश में एक साथ सभी धार्मिक स्थलों को बंद किए गया। 83 दिन बाद सोमवार को केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन के अनुसार संक्रमण की रोकथाम के लिए बनाए गए सोशल डिस्टेंस, थर्मल स्क्रीनिंग, सैनिटाइज जैसे सभी नियमों का पालन करते हुए विश्व प्रसिद्ध श्रीरामराजा मन्दिर में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए।
सोमवार सुबह 8 बजे बालभोग आरती के साथ डिप्टी कलेक्टर मेघा तिवारी एवं तहसीलदार रोहित वर्मा की मौजूद थे। पुलिस प्रशासन के जवानों और मन्दिर प्रबंधन के तैनात कर्मचारियों ने नगर के चौराहे से मन्दिर के मुख्य द्वार तक बनाए गए सोशल डिस्टेंस के गोलों के माध्यम से दर्शनार्थियों को स्वास्थ्य कर्मियों ने थर्मल स्क्रीनिंग कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया। इसके बाद श्रृद्धालुओं को मन्दिर दर्शनों के लिए प्रवेश दिया गया। इसके अलावा मुख्य चौक में लगी फुल बॉडी सैनिटाइजर मशीन में सभी को सैनिटाइज करके रामराजा सरकार के दरबार में अंदर भेजा गया। कोरोना का संक्रमण न फैले इस बात को ध्यान में रखते हुए मन्दिर प्रबंधन ने रामराजा सरकार के दरबार के अलावा सभी मंदिरों को पारदर्शी प्लास्टिक कवर से कवर्ड किया। साथ ही फूलमाला, प्रसाद चढ़ाने के अलावा मूर्ति घंटा, रैलिंग छूने की पूर्णरूप से प्रतिबंधित किया गया।
रामराजा सरकार के दर्शन करने पहुंचे मप्र सरकार के पूर्व मंत्री और जतारा विधायक हरिशंकर खटीक ने बताया कि यह निवाड़ी जिले का सौभाग्य है कि मप्र में 52 जिले हैं। जिनमें से 51 जिलों में कोरोना के मरीजों की पुष्टि हुई, लेकिन रामराजा सरकार की कृपा से पूरा प्रदेश संक्रमित होने के बाद भी निवाड़ी जिला संक्रमण से मुक्त है। प्रशासन व मन्दिर प्रबंधन द्वारा कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए व्यवस्थाएं की गई है।
एनआईसी ऐडीआईओ अविनाश पाठक ने बताया, कि श्रीराम राजा सरकार के दर्शन के लिए ऑनलाइन व्यवस्था तैयार की है। उन्होंने बताया कि कलेक्टर अक्षय कुमार सिंह के मार्गदर्शन में एनआईसी द्वारा बहुत कम समय में श्री रामराजा मंदिर ओरछा की ऑनलाइन दर्शन बुकिंग सेवा शुरू की हैं। वर्तमान में लोगों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। बेवसाईट पर बुकिंग के लिए सबसे पहले गूगल सर्च पर जाकर ramrajatemple.mp.gov.in टाइप करना है। इसके बाद रामराजाटेम्पल साइट प्रदर्शित होगी। इसमें से दर्शन बुकिंग सिलेक्ट कर आगे बढ़ना हैं, जिसमें सबसे पहले नंबर ऑफ मेल-फीमेल जानकारी भरकर आगे बढ़ें।
न जल चढ़ा पाए न शिवलिंग को छू पाए : शिवधाम कुंडेश्वर में सोमवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने दर्शन किए। पहाड़ी तिलवारन के राधे यादव ने बताया कि लाकडउन के बीच में भी भगवान के दर्शनों को आते रहे, लेकिन पट बंद होने के चलते बाहर से दर्शन करके वापस चले जाते थे। सोमवार को भी ऐसा ही रहा। उन्होंने बताया जैसा कि लाकडउन में भगवान को मत्था टेककर चले जाते थे। वैसे ही अभी लौटना पड़ा। यादव ने कहा कि न प्रसाद चढ़ाने की अनुमति दी गई और न ही जल अर्पित करने मिला।
मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष नंदकिशोर दीक्षित ने बताया की सोमवार का सुबह 3 बजे से ही लोगों को आना शुरू हो गया था, जो देर रात तक जारी रहा। सोमवार को सुबह ब्रह्म मुहूर्त में भगवान भोलेनाथ का अभिषेक किया गया। इसके बाद 6 बजे सुबह आरती हुई। जिसमें बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। उन्होंने बताया शाम की समय भगवान शिव का भव्य श्रृंगार किया गया और महाआरती का आयोजन किया गया। मंदिर परिसर में व्यवस्थाएं बनाने में पुलिस प्रशासन भी मौजूद था। लोगों ने लंबी कतारों में लगकर सोशल डिस्टेंस का पालन किया। दीक्षित ने बताया कि मंदिर परिसर की सभी प्रसाद की दुकानों को बंद रखा गया था।
जिससे कि श्रद्धालु न प्रसाद न लें सकें और न मंदिर में भगवान को चढ़ा सकें।
खिरिया चौकी प्रभारी जीडी गौतम ने बताया कि भक्तों को एनाउंस करके बार-बार मास्क लगाने एवं सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए भगवान भोलेनाथ के दर्शनों के लिए आदेशित किया गया। गौतम ने बताया की मेन गेट पर श्रद्धालुओं की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई तभी उन्हें अंदर प्रवेश दिया गया गांव की महिलाओं ने भगवान भोलेनाथ के आगे बुंदेली भजन गाकर उन्हें प्रणाम किया और अपनी प्रार्थना की साथ ही भक्तों को गर्भ ग्रह तक जाने की अनुमति नहीं दी गई। उन्हें बाहर से ही दर्शन करना और प्रसाद न चढ़ाना यह शर्तें भी रखी गई साथ में ही घंटों को भी बजाना भी अभी मना है इसके अंतर्गत उन्हें कवर करके रखा गया है।
छोटे बच्चों को नहीं मिला प्रवेश
कुंडेश्वर में भगवान के दर्शन करने आए छोटे-छोटे बच्चों को प्रवेश नहीं मिला। इस दौरान एक दंपत्ति के साथ आया छोटा बच्चा मंदिर परिसर के बाहर खड़ा रहा। उसे पुलिस कर्मचारियों ने मंदिर के अंदर प्रवेश नहीं करने दिया। इस दौरान पति पत्नी एक एक करके दर्शन करने गए।
शॉपिंग मॉल और होटल में प्रवेश के पहले थर्मल सक्रीनिंग की
अनलॉक-1 के तहत सोमवार से शहर के शॉपिंग मॉल भी खुले। वहीं होटल व रेस्टोरेंट भी खुले, लेकिन कोरोना संक्रमण के डर से यहां भीड़भाड़ कम ही पहुंची। शैल सागर रोड शॉपिंग मॉल के मालिक अस्तित्व मिश्रा के अनुसार मॉल पहुंचने वाले लोगों के प्रवेश के पहले थर्मल सक्रीनिंग की गई। साथ ही हैंड सैनिटाइज करवाए गए। होटल के संचालक गौरव जैन ने बताया कि सोमवार को पहले दिन होटल में भीड़भाड कम रही।
दुकानदार बोले-लंबे समय बाद दिखी दुकानों पर रौनक
कोरोना संक्रमण के चलते 83 दिन बंद पड़ी दुकानें सोमवार को खुली तो ओरछा में दुकानदारों के चेहरे खिल गए। प्रसाद विक्रेता सुक्कन खत्री और अभय केवट ने बताया कि करीब ढ़ाई माह से बेरोजगारी के चलते सभी हालात खराब हो गए थे। अब सोमवार को मंदिर खुलने के बाद अच्छी बिक्री हुई है। पूड़ी सब्जी की दुकानों पर भी एक बार फिर से रौनक दिखी।
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