
दाऊदी बोहरा समाज के रमजान की शुरुआत हो चुकी है। दूसरा रोजा 14 घंटे का रहा। समाजजनों ने सेहरी घरों में ही की। रात 9 बजे से 9.30 बजे तक सैय्यदना मुफद्दल साहब की ऑडियो मजलिस बैठकर सुनी। सुबह फजर व दोपहर जोहर की नमाज में सैय्यदना साहब की मजलिस हुई। देश में कोरोना वायरस की चेन तोड़ने के लिए चल रहे लॉकडाउन के दौरान धर्मगुरु सैय्यदना साहब ने समाज के लोगों से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की है। इस कारण रोजे पर नगर की मस्जिदें सुनी रही।
मुस्लिम समाज की इबादत का पर्व माहे रमजान की चांद दिखने के साथ शुरू हुआ। चांद के दीदार के बाद एक माह के लिए मस्जिदों में पढ़ी जाने वाली विशेष नमाज तराबीह की शुरुआत हो जाएगी। रमजान के शुरुआती 10 दिन लॉकडाउन में गुजारने होंगे। मुर्तुजा भाई ने बताया सैय्यदना साहब का फरमान है सरकार व प्रशासन के आदेश का पालन करें। घरों से बाहर ना निकले। रमजान महीने में ज्यादा से ज्यादा गरीबों की मदद करें। इबादत के इस पवित्र माह में अल्लाह से कोरोना जैसी महामारी पर शीघ्र ही विजय प्राप्त करने की दुआ करें। समाजजनों से मिलने वाली टिफिन व्यवस्था अभी बंद कर दी गई है। इसके बदले समाजजनों को कच्चा राशन दिया गया। लॉकडाउन के कारण समाजजन रोजा रखकर घरों पर नमाज अदा कर खुदा से इबादत कर रहे हैं।
मुस्लिम समाज रखेगा पहला रोजा
मुस्लिम अंजुमन कमेटी के सदर माेहम्मद कुद्दुस शेख ने बताया समाजजनों से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की है। लॉकडाउन का पालन करते हुए घर में रहकर ज्यादा समय इबादत में गुजारें। तराबीह की विशेष नमाज मस्जिद में नहीं होगी। घर पर ही नमाज ए इशा के साथ तराबीह भी पढ़ना होगा। गरीब व दुखियों की मदद करें। अपने परिवार, समाज व देश को बचाना है तो घर से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया रमजान रहमतों का महीना है। इसमें ज्यादा से ज्यादा इबादत करें। मुस्लिमजन एक महीने तक मोबाइल व सोशल मीडिया से दूरी बनाएं। ऐेसा कोई मैसेज नहीं करें जिससे किसी को ठेस पहुंचे। घर में सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रख कर नमाज अदा करें।
मुस्लिम समाज रखेगा पहला रोजा
मुस्लिम अंजुमन कमेटी के सदर माेहम्मद कुद्दुस शेख ने बताया समाजजनों से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की है। लॉकडाउन का पालन करते हुए घर में रहकर ज्यादा समय इबादत में गुजारें। तराबीह की विशेष नमाज मस्जिद में नहीं होगी। घर पर ही नमाज ए इशा के साथ तराबीह भी पढ़ना होगा। गरीब व दुखियों की मदद करें। अपने परिवार, समाज व देश को बचाना है तो घर से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया रमजान रहमतों का महीना है। इसमें ज्यादा से ज्यादा इबादत करें। मुस्लिमजन एक महीने तक मोबाइल व सोशल मीडिया से दूरी बनाएं। ऐेसा कोई मैसेज नहीं करें जिससे किसी को ठेस पहुंचे। घर में सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रख कर नमाज अदा करें।
मुस्लिम समाज रखेगा पहला रोजा
मुस्लिम अंजुमन कमेटी के सदर माेहम्मद कुद्दुस शेख ने बताया समाजजनों से घरों में ही नमाज पढ़ने की अपील की है। लॉकडाउन का पालन करते हुए घर में रहकर ज्यादा समय इबादत में गुजारें। तराबीह की विशेष नमाज मस्जिद में नहीं होगी। घर पर ही नमाज ए इशा के साथ तराबीह भी पढ़ना होगा। गरीब व दुखियों की मदद करें। अपने परिवार, समाज व देश को बचाना है तो घर से बाहर न निकलें। उन्होंने बताया रमजान रहमतों का महीना है। इसमें ज्यादा से ज्यादा इबादत करें। मुस्लिमजन एक महीने तक मोबाइल व सोशल मीडिया से दूरी बनाएं। ऐेसा कोई मैसेज नहीं करें जिससे किसी को ठेस पहुंचे। घर में सोशल डिस्टेसिंग का ध्यान रख कर नमाज अदा करें।
आज से होगी रमजान माह की शुरुआत घरों में नमाज अदा करेंगे समाजजन
शनिवार से मुस्लिम समाज के पवित्र माह रमज़ान की शुरुआत होगी। रमजान में समाजजन 30 रोजे, सामूहिक नमाज व कुरआन की तिलावत सहित दुआओं के माध्यम से इबादत करेंगे। रोजदार सुबह सूर्योदय से पूर्व सेहरी कर शाम को सूर्यास्त के बाद ही रोज इफ्तार करेंगे। रोजे करीब 14 घंटे के रहेंगे। समाज सदर साबीर पठान व सचिव एजाज कुरैशी ने बताया कोरोना वायरस संक्रमण के कारण जारी लॉक डाउन व शासकीय आदेश के कारण सभी समाजजन मस्जिदों में नमाज न अदा करते हुए अपने-अपने घरों में नमाज व इबादत करेंगे।
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