गुजरात, राजस्थान, कर्नाटक और मप्र के अन्य जिलों में फंसे लोगों को आर्थिक सहायता दी जा रही है। एक ही दिन में 158 मजदूरों के बैंक खाते में यह राशि भेज दी है। ताकि विषम परिस्थिति में फंसे इन लोगों की मदद की जा सके। वहीं गरीबों को भी 5 किलो प्रति परिवार चावल का वितरण शुरु किया जाएगा। इसके लिए पूरी तैयारी हो चुकी है। कलेक्टर एस विश्वनाथन ने बताया कि लॉकडाउन की वजह से जरुरतमंदों को भोजन पैकेट एवं खाद्य सामग्री भेजी जा रही है। मुख्यमंत्री प्रवासी मजदूर सहायता योजना और प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत पात्र लोगों को मदद पहुंचाई जा रही है। गुना जिले में वह मजदूर जो अन्य राज्य और जिले में लॉकडाउन की वजह से फंस चुके हैं और संकट में हैं। उन्हें 1 हजार रुपए की सहायता दी जा रही है। वहीं बीपीएल परिवार को 5 किलो प्रति परिवार चावल भी दिए जा रहे हैं। ताकि संकट में इनकी मदद हो सके।
158 मजदूरों के खाते में भेजी राशि : कलेक्टर एस विश्वनाथन ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेश मिलते ही हमने जिले के 158 मजदूरों के बैंक खाते में 1-1 हजार की राशि भेज दी है। यह मजदूर गुजराज, राजस्थान, कर्नाटक और मप्र के अन्य जिलों में फंसे हुए हैं। इनके मोबाइल नंबर की ट्रेकिंग कर यह पता चलाया गया कि यह कहां है। इसके बाद इनके बैंक खाते प्राप्त कर राशि भेजी है। 200 अन्य मजदूरों की भी जानकारी मिली है, उम्मीद है कि कल तक राशि भेज दी जाएगी।
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