वर्तमान में दतिया कोरोना मुक्त है। यहां कोई भी सक्रिय मरीज नहीं है। कोरोना मुक्त होते ही स्वास्थ्य विभाग ने सैंपलिंग भी बंद कर दी है। तीन दिन से एक भी सैंपल नहीं लिया गया है। सैंपलिंग की बात करें तो दतिया जिला ग्वालियर-चंबल अंचल के छह जिलो में सबसे फिसड्डी है। यहां औसत रूप से प्रति 1 लाख लोगों पर सिर्फ 33 लोगों की सैंपलिंग की गई। खास बात यह है कि संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों के भी सैंपल नहीं लिए गए।
जिले में 14 मई को सेंवढ़ा के ग्राम सिरसा में पहली बार एक साथ 3 संक्रमित मिले थे। जिले में अब तक 21 संक्रमित मिले। इनमें से एक की मौत हो गई और 20 स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं। इस प्रकार 22 जून को जिला कोरोना मुक्त हो गया। अंचल के छह जिलों में सबसे कम मरीज दतिया जिले में ही हैं क्योंकि यहां सबसे कम सैंपलिंग की गई। अभी भी तीन दिन से एक भी व्यक्ति का सैंपल नहीं लिया गया है।
दतिया अब कोरोना मुक्त... कुल 21 पॉजिटिव मिले, एक की मौत, बाकी सभी स्वस्थ होकर घर जा चुके

1 जुलाई से घर-घर सर्वे शुरू कराने की तैयारी, सीएमएचओ बोले- किसी में ऑक्सीजन 94% से कम मिलने पर डॉक्टर करेंगे चेकअप
सीएमएचओ डॉ. एसएन उदयपुरिया का कहना है कि एक जुलाई से घर-घर सर्वे शुरू किया जा रहा है। इसमें जनअभियान परिषद, आशा कार्यकर्ता, एएनएम, पंचायत सचिव, पटवारी सहित व्यापक अमला लगाया जाएगा। ये सभी घर-घर जाकर सर्वे के दौरान किसी भी व्यक्ति में ऑक्सीजन सेचुरेशन 94 प्रतिशत से कम आने पर नजदीकी अस्पताल के डॉक्टर को बताएंगे। हम दतिया के अलावा सेंवढ़ा, इंदरगढ़, भांडेर और बसई में भी सैंपलिंग की व्यवस्था करने जा रहे हैं। इस बीच हमारी ट्रूनेट मशीन भी शुरू हो जाएगी तो हम दतिया में 60 लोगों की जांच एक साथ कर सकेंगे। इसके बाद सैंपलिंग की संख्या भी बढ़ेगी।
बैंक से 1200 ग्राहकों की सूची ली, लेकिन सैंपलिंग किसी की नहीं की
बैंक ऑफ इंडिया के 12 कर्मचारियों में से 10 कर्मचारी 8 जून को पॉजिटिव मिले थे। बैंक से प्रशासन ने लेनदेन करने वाले ग्राहकों की सूची मांगी। बैंक ने 1200 लोगों की सूची तैयार की लेकिन किसी की सैंपलिंग नहीं की गई। संक्रमित लोग जिन क्षेत्रों में रहते थे ऐसी 10 गलियों को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित किया गया। 5 सौ की आबादी को 21 दिन के लिए बंद किया लेकिन कंटेनमेंट क्षेत्र में संक्रमित व्यक्ति के परिजन को छोड़ कर किसी की भी सैंपलिंग नहीं की गई।
जिन लोगों में लक्षण, उन्हीं का सैंपल ले रहे
आमतौर पर देश में संक्रमित मरीज मिलने के बाद मरीज के निवास स्थान को बनाए जाने वाले कंटेनमेंट एरिया के साथ उसके संपर्क में आए सभी लोगों की सैंपलिंग की जा रही है लेकिन दतिया में ऐसा नहीं हो रहा। दतिया में संक्रमित के परिजन तक ही सैंपलिंग की जा रही है। लोगों में लक्षण का इंतजार किया जाता है।
चिंता में डाल रही कम सैंपलिंग
अनलाॅक-1 में जिले की सभी सीमाएं खुल चुकी हैं। केवल यात्री सेवा को छोड़कर बाकी सभी वाहन एक से दूसरे जिले में आ जा रहे हैं। लोग शादी कार्यक्रमों में एक से दूसरे जिलों में आ जा रहे हैं। भीड़भाड़ भी बाजार से लेकर हर जगह हो देखी जा सकती है। इसके बाद भी स्वास्थ्य विभाग सैंपलिंग नहीं बढ़ा रहा है जिससे लोग चिंतित है। लोगों को डर है कि इससे संक्रमण बढ़ेगा।
किसी व्यक्ति में लक्षण हाेने पर कराते हैं सैंपलिंग
जब किसी व्यक्ति में लक्षण मिलते हैं, तब सैंपलिंग कराई जाती है। हम दूसरे जिलों से तुलना नहीं कर सकते। हालांकि एक तारीख से घर-घर सर्वे शुरू करवा रहे हैं।
डॉ. एसएन उदयपुरिया, सीएमएचओ, दतिया
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