मां के साथ मिलकर अपनी दादी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले आरोपी पोते को गुरुवार को पुलिस ने बड़ौनी बस स्टैंड से गिरफ्तार किया। घटना वाले दिन भी बुजुर्ग दादी को पीटा गया था।
बड़ौनी थाना प्रभारी रविंद्र शर्मा ने बताया कि ग्राम रावकलां में 15 दिन पहले 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला गिरजा देवी ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। जांच में पता चला कि मृतिका ने अपनी पूरी जमीन तीन बेटों में बराबर हिस्सों में बांट दी थी। चूंकि बड़े बेटे का निधन हो गया था, इसलिए बड़े बेटे की जमीन उसकी पत्नी को मिल गई थी। जमीन बांटने से पहले यह तय हुआ था कि दोनों बेटे और बड़े बेटे की बहू मृतिका गिरजा को एक-एक क्विंटल गेहूं और खर्च के लिए पैसे देंगे। शर्त के हिसाब से मझला और छोटा बेटा तो गेहूं और रुपए गिरजा देवी को देते थे लेकिन बड़े बेटे की बहू ने गेहूं और रुपए देना बंद कर दिए थे। घटना वाले दिन बहू ने अपने बेटे के साथ मिलकर गिरजा देवी की चप्पलों से पिटाई कर दी थी। इसी से आहत होकर गिरजा देवी ने फांसी लगा ली थी। पुलिस ने इस मामले में मृतिका की बहू को पहले ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है जबकि नाती वीरेंद्र पुत्र स्व. तहसीलदार रावत को गुरुवार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
उधर सेंवढ़ा पुलिस ने डकैती मामले में 16 साल से फरार स्थायी वारंटी मुरारी पुत्र भूरे बढ़ई उर्फ रामसिंह निवासी असवार को सेंवढ़ा की डांग में शीतला माता मंदिर के पास से गिरफ्तार किया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3fWOxN4
via IFTTT