शहर के चार ऐसे स्थान, जहां शुद्ध वातावरण और तरो-ताजा हवा। गर्मियों में शहर के मुकाबले तापमान में भी एक से दो डिग्री का अंतर भी। शहर के यह स्थान लोगों के लिए ग्रीन लंग्स का काम कर रहे हैं। वहीं 2 महीने के लॉकडाउन में जिस तरह से पर्यावरण में बदलाव आया है। उससे लोगों ने भी समझ लिया है कि उन्हें भी अपनी आदतों में बदलाव करना होगा
एबीवी ट्रिपल आईटीएम: ग्रीन सर्किट और बटरफ्लाई पार्क
150 एकड़ के कैंपस में बनाया गया ग्रीन सर्किट। इसमें ट्री म्यूजियम, जामुन बाग और बटरफ्लाई पार्क सबसे खास। पूरे कैंपस में 129 प्रजाति के 15 हजार पेड़-पौधे और 42 प्रकार के फूल के पौधे हैं। हर समय ताजी हवा और शहर के मुकाबले यहां का तापमान भी कम रहता है। हम बात कर रहे हैं अटल बिहारी वाजपेयी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (एबीवी ट्रिपल आईटीएम) की। 150 एकड़ में फैला इसका कैंपस अपने ग्रीन सर्किट को लेकर भी जाना जाता है। यहां 57 प्रजाति के पक्षी देखे जा सकते हैं।
साथ ही वॉकिंग के लिए अलग-अलग पाथ भी बनाए गए हैं। यहां पर पेड़ों में हरिचंपा सबसे खास है। इसकी खुशबू परफ्यूम जैसी आती है। कैंपस में ट्री म्यूजियम भी बनाया गया है।
बर्ड पार्क: 35 प्रजाति के 350 पक्षी आते हैं
शहर से 12 किलोमीटर खुरैरी गांव में बर्ड पार्क पिछले साल तैयार किया गया है। पक्षी विशेषज्ञ गौरव परिहार ने बताया 2 हैक्टेयर में इस पार्क में गर्मी और सर्दी के मौसम में 35 तरह की प्रजाति के करीब 350 पक्षी देखने को मिलते है। यहां एक बड़ा तालाब है, जिसके बीच में पक्षियों को आकर्षित करने के लिए एक छोटा सा टापू भी बनाया गया है।
जेयू: यहां 56 प्रजातियों के 4842 पेड़ हैं
जीवाजी यूनिवर्सिटी के कैंपस में लॉकडाउन के पहले तक सुबह और शाम को रोजाना 8 से 10 हजार लोग आते थे। यहां 56 प्रजाति के 4842 पेड़ हैं। यहां की हरियाली के प्रति लोगों के साथ-साथ मेहमान परिंदों को भी खूब आकर्षित करती है। इसलिए यहां 56 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां आसानी से देखी जा सकती है।
विवेकानंद नीडम: पहाड़ी को किया हरा-भरा
एक समय तक बंजर पहाड़ी, जहां केवल कटीले झाड़ हुआ करते थे, वहां अब हरियाली है। यह स्थान है विवेकानंद नीड्म। यहां 250 प्रजातियों के करीब 20 हजार पेड़-पौधे हैं। यहां लॉकडाउन से पहले तक करीब 3 हजार लोग तक आते थे, लेकिन सुरक्षा को देखते हुए फिलहाल यह बंद है। यहां 18 प्रजाति के बर्ड्स को आसानी से देखा जा सकता है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/306tanT
via IFTTT