कोरोना काल में टेंट, लाइटिंग व केटरर्स संचालकों ने अपनी समस्या के निराकरण के लिए बुधवार को मुख्यमंत्री के नाम एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। संचालकों ने ज्ञापन के माध्यम से बताया लॉकडाउन का पालन कराकर प्रशासन ने संक्रमण को बढ़ने से रोका लेकिन लॉकडाउन में पूरे जिले में टेंट, लाइटिंग व केटरिंग व्यवसायों का व्यापार ठप हो गया। इस समय में लॉकडाउन लगाया गया था वह समय सभी के व्यापार का सीजन था।
शादी समारोह व अन्य आयोजनों पर लगी रोक के कारण व्यापार में घाटा उठाना पड़ा। इससे सभी के सामने भरण पोषण की समस्या आ गई। पूरे जिले में करीब 1 हजार से ज्यादा व्यवसायी है। इनके परिवार की स्थिति खराब हो गई है। बैंकों की किस्त, वाहनों की किस्त, गोदाम का भाड़ा, श्रमिकों का वेतन व गृहस्थी चलाने में संकट खड़ा हो गया। ज्ञापन के माध्यम से पदाधिकारियों ने आर्थिक सहायता की मांग करते हुए अन्य विषयों पर सहायता की मांग की। इसमें जिन व्यवसायियों का टर्नओवर 20 लाख से अधिक है उन्हें 15 लाख रुपए का लोन बिना ग्यारंटी के दिया जाए। जिन व्यवसायियों का टर्नओवर 20 लाख से कम है उन्हें 3 लाख रुपए का लोन बिना ग्यारंटी के दिया जाए। दोनों स्थितियों में 1 साल तक कोई किस्त ना ली जाए व लोन की अवधि 4 साल की हो। जिन व्यवसायियों का पूर्व में लोन है उनकी किस्त दिसंबर तक नहीं ली जाए। उन्हें डिफाल्टर घाेषित ना किया जाए। इससे उन्हें भविष्य में व्यापार करने में कोई परेशानी ना हो। जिन व्यवसायियों का पूर्व का बकाया शासकीय व अशासकीय भुगतान तत्काल कराया जाए। 300 लोगों को कार्यक्रम करने की छूट दी जाए। लॉकडाउन की छूट के साथ टेंट, लाइटिंग व केटरिंग व्यवसाय की दुकानें खोलने की अनुमति दी जाए। इ सभी व्यापारी शासन के दिशा निर्देशों का पालन करेंगे।
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