बारिश के लिहाज से अगले 45 दिन बहुत महत्वपूर्ण हैं। जुलाई और अगस्त में ही 95 फीसदी बारिश होती है। अब तक 11 इंच ही पानी गिरा है। जबकि शहर की औसत बारिश 34 इंच मानी जाती है। इस हिसाब से अगले डेढ़ महीने में 23 इंच पानी गिरना चाहिए। तब जाकर औसत बारिश के आंकड़े तक पहुंचा जा सकता है। वैसे तो बारिश की अवधि 1 जून से 30 सितंबर तक मानी जाती है, लेकिन जून और सितंबर में चार से पांच इंच ही बारिश हो पाती है। जुलाई और अगस्त की बारिश से ही कोटा पूरा होता है। मौसम विभाग का कहना है जुलाई के बचे दिनों में भी खास बारिश की उम्मीद नहीं है। कारण यह कि बंगाल की खाड़ी में इस समय कोई सिस्टम नहीं बन रहा है। हल्की-फुल्की बारिश के बीच ही महीना बीत जाएगा। 22 जुलाई के बाद फिर मानसून सक्रिय होगा।
राहत की बात ये कि यशवंत सागर, बिलावली में अभी भी इतना पानी कि सालभर साथ देंगे
मौसम विशेषज्ञ डाॅ. डीपी दुबे का कहना है तालाबों में इस दफा बारिश के बाद भी भरपूर पानी इसलिए हैै कि वाष्पीकरण नहीं हुआ। 19 फीट क्षमता वाले यशवंत सागर में अभी भी 14 फीट पानी भरा हुआ है। बिलावली तालाब में भी 22 फीट पानी भरा हुआ। इसकी क्षमता भी 34 फीट है। दोनों ही तालाबों में इतना पानी है कि सालभर सप्लाय की जा सकती है। औसत बारिश से यह फिर क्षमता के मुताबिक भरा जाएंगे। पिछले साल 28 जून को मानसून आया था। जुलाई में 31 में से 25 दिन सूरज नहीं दिखा था। तालाब इसी महीने में लबालब हो गए थे। 15 अगस्त आते-आते तो क्षमता के मुताबिक पानी आ गया था। यशवंत सागर में जमा हुआ अतिरिक्त पानी गेट खोलकर बहाया भी गया था।
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