कोरोना महामारी के दौर में विद्यार्थियों को जनरल प्रमोशन देने की प्रक्रिया को भी विक्रम विश्वविद्यालय ने कमाई का जरिया बना लिया है। लॉकडाउन के कारण पहले ही विद्यार्थियों के पालकों की स्थिति खराब है लेकिन इसके बावजूद अब परीक्षा शुल्क के नाम पर उन पर 4500 रुपए का अतिरिक्त भार डाल दिया गया है। जिससे बीए, बीएससी, बीकॉम सहित 7 कोर्स के विद्यार्थियों-पालकों पर दोहरी आर्थिक मार पड़ेगी। विश्वविद्यालय की बीए, बीएससी, बीकॉम, बीकॉम ऑनर्स, बीएचएससी, बीबीए और बीसीए के प्रथम व द्वितीय वर्ष के विद्यार्थियों की परीक्षा मार्च में होना थी। जिसके परीक्षा फॉर्म जमा करने की प्रक्रिया हो चुकी थी लेकिन कोरोना संक्रमण की वजह से परीक्षाएं स्थगित हो गई। अब उन विद्यार्थियों को वापस मौका मिला है, जो उस समय किसी परेशानी के कारण परीक्षा फीस जमा नहीं कर पाए थे लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन ने उन विद्यार्थियों को राहत देने की बजाय उन पर परीक्षा शुल्क के साथ लेट फीस के नाम पर 4500 रुपए का अतिरिक्त भार भी डाल दिया है। पूरे परिक्षेत्र में ऐसे सैकड़ों विद्यार्थी हैं, जो अब जनरल प्रमोशन की घोषणा होने के बाद परीक्षा फॉर्म जमा करना चाहते हैं।
ऐसे समझिए, तीन प्रमुख कोर्स में कितनी ज्यादा फीस देना होगी
कोर्स पहले जमा अब करना पड़ेगी
बीए एवं बीकॉम प्रथम वर्ष (रेगुलर) 1566 रुपए 6066 रुपए
बीए एवं बीकॉम द्वितीय वर्ष (रेगुलर) 1512 रुपए 6012 रुपए
बीए एवं बीकॉम प्रथम वर्ष (प्राइवेट) 2160 रुपए 6660 रुपए
बीए एवं बीकॉम द्वितीय वर्ष (प्राइवेट) 2160 रुपए 6660 रुपए
बीएससी प्रथम वर्ष (रेगुलर) 1690 रुपए 6190 रुपए
बीएससी द्वितीय वर्ष (रेगुलर) 1630 रुपए 6130 रुपए
बीएससी द्वितीय वर्ष (प्राइवेट) 2350 रुपए 6850 रुपए
(पहले जमा हुई फीस के आंकड़े बगैर विलंब शुल्क के हैं।)
नियमानुसार ही तय किया परीक्षा शुल्क
^मार्च में होने वाली परीक्षाओं के लिए पहले ही फीस जमा करने की प्रक्रिया हो चुकी है। तब परीक्षा शुरू होने के एक दिन पहले तक जो फीस थी, वही नियमानुसार विद्यार्थियों से ली जाएगी। जल्द ही फार्म जमा करने के लिए ऑनलाइन लिंक शुरू होगी। किसी भी तरह विद्यार्थियों का नुकसान नहीं होने देंगे। - डॉ. शैलेंद्र कुमार शर्मा, कुलानुशासक, विक्रम विश्वविद्यालय
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2OxqsRi
via IFTTT