वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पत्र लिखकर प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि मप्र में जब कोरोना की वजह से परेशानी हो रही हैं ऐसी स्थिति में प्रदेश में वन मैन शो चल रहा है। इस वजह से यहां की साढ़े सात करोड़ जनता प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने बिना कैबिनेट के शपथ ली थी। संविधान के आर्टिकल 163 में स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री के साथ मंत्रिपरिषद होना चाहिए ताकि वह सलाह दे सके। पूरी सरकार केवल मुख्यमंत्री ही हैं।
तन्खा ने कहा कि मप्र कोरोना की गिरफ्त में है। इंदौर कोरोना का हॉट स्पाॅट बन गया है। भोपाल में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही 45 अधिकारी व कई आईएएस को पॉजिटिव निकला है। सीएम ने ब्यूरोक्रेट्स की सलाह पर डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारियों, पुलिस पर एस्मा लगा दिया है। यह ऐसी स्थिति है जब सारा विपक्ष कोराेना के खिलाफ लड़ाई में खड़ा है। आज मप्र में स्वास्थ्य मंत्री ही नहीं है। तन्खा ने राज्यपाल की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि पूर्व में नियमित रूप से फ्लोर टेस्ट के लिए पूर्व सीएम को डीओ भेजते थे। अगर मप्र में मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद बनाने में सक्षम नहीं हैं तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए।
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वरिष्ठ कांग्रेस नेता विवेक तन्खा ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पत्र लिखकर प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने कहा है कि मप्र में जब कोरोना की वजह से परेशानी हो रही हैं ऐसी स्थिति में प्रदेश में वन मैन शो चल रहा है। इस वजह से यहां की साढ़े सात करोड़ जनता प्रभावित हो रही है। उन्होंने कहा कि 23 मार्च को शिवराज सिंह चौहान ने बिना कैबिनेट के शपथ ली थी। संविधान के आर्टिकल 163 में स्पष्ट है कि मुख्यमंत्री के साथ मंत्रिपरिषद होना चाहिए ताकि वह सलाह दे सके। पूरी सरकार केवल मुख्यमंत्री ही हैं। तन्खा ने कहा कि मप्र कोरोना की गिरफ्त में है। इंदौर कोरोना का हॉट स्पाॅट बन गया है। भोपाल में स्वास्थ्य कर्मियों के साथ ही 45 अधिकारी व कई आईएएस को पॉजिटिव निकला है। सीएम ने ब्यूरोक्रेट्स की सलाह पर डॉक्टर, स्वास्थ्य कर्मचारियों, पुलिस पर एस्मा लगा दिया है। यह ऐसी स्थिति है जब सारा विपक्ष कोराेना के खिलाफ लड़ाई में खड़ा है। आज मप्र में स्वास्थ्य मंत्री ही नहीं है। तन्खा ने राज्यपाल की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा है कि पूर्व में नियमित रूप से फ्लोर टेस्ट के लिए पूर्व सीएम को डीओ भेजते थे। अगर मप्र में मुख्यमंत्री मंत्रिपरिषद बनाने में सक्षम नहीं हैं तो यहां राष्ट्रपति शासन लागू करना चाहिए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today One man show in MP, not even health minister, 7.5 crore people affected: Tankha
April 12, 2020
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