(राहुल दुबे) पूरा जूनी इंदौर कंटेनमेंट एरिया बना है। जबरन कॉलोनी, चंद्रभागा, साउथ तोड़ा, आलापुरा, उदापुरा इसके हिस्से हैं। हालांकि यहां सख्ती जैसा कुछ नहीं है। चंद्रभागा पुलिया के पास तो दिनभर लोग जमा रहे। वहीं, गुरुवार को पलसीकर कॉलोनी में भी 54 वर्षीय व्यक्ति के पॉजिटिव निकलने के बाद उसे कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया। शुक्रवार को पूरी कॉलोनी में सन्नाटा रहा। दरवाजा तो दूर खिड़कियां भी बंद रहीं। कॉलोनी का गोल बगीचा भी सुबह और शाम के वक्त खाली रहा। एक मात्र बगीचा होने के कारण बुजुर्ग यहीं घूमने आते हैं, लेकिन उम्रदराज लोगों पर जल्दी असर होने के चलते यह खाली ही रहा। उधर, व्यासफला क्षेत्र में कोरोना से जिस व्यक्ति की मौत हुई, उसके साथ रहने वाले चार दोस्तों का स्वास्थ्य विभाग ने अब तक ना तो सैंपल लिया और ना ही उन्हें क्वारेंटाइन किया। सिर्फ अलग रहने की हिदायत दी। ये चारों युवक किसी एक कमरे में एक साथ रहते हैं, लेकिन खाना खाने अपने-अपने घर ही जाते हैं। वहीं, प्रशासन ने मृतक की बहन व उसकी पांच साल की बच्ची, मां को तो क्वारंटाइन कर दिया। इलाके को भी कंटेनमेंट घोषित कर दिया, लेकिन लोग अब भी नहीं मान रहे। वे बेखौफ घूमते नजर आए।
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(राहुल दुबे) पूरा जूनी इंदौर कंटेनमेंट एरिया बना है। जबरन कॉलोनी, चंद्रभागा, साउथ तोड़ा, आलापुरा, उदापुरा इसके हिस्से हैं। हालांकि यहां सख्ती जैसा कुछ नहीं है। चंद्रभागा पुलिया के पास तो दिनभर लोग जमा रहे। वहीं, गुरुवार को पलसीकर कॉलोनी में भी 54 वर्षीय व्यक्ति के पॉजिटिव निकलने के बाद उसे कंटेनमेंट एरिया घोषित कर दिया गया। शुक्रवार को पूरी कॉलोनी में सन्नाटा रहा। दरवाजा तो दूर खिड़कियां भी बंद रहीं। कॉलोनी का गोल बगीचा भी सुबह और शाम के वक्त खाली रहा। एक मात्र बगीचा होने के कारण बुजुर्ग यहीं घूमने आते हैं, लेकिन उम्रदराज लोगों पर जल्दी असर होने के चलते यह खाली ही रहा। उधर, व्यासफला क्षेत्र में कोरोना से जिस व्यक्ति की मौत हुई, उसके साथ रहने वाले चार दोस्तों का स्वास्थ्य विभाग ने अब तक ना तो सैंपल लिया और ना ही उन्हें क्वारेंटाइन किया। सिर्फ अलग रहने की हिदायत दी। ये चारों युवक किसी एक कमरे में एक साथ रहते हैं, लेकिन खाना खाने अपने-अपने घर ही जाते हैं। वहीं, प्रशासन ने मृतक की बहन व उसकी पांच साल की बच्ची, मां को तो क्वारंटाइन कर दिया। इलाके को भी कंटेनमेंट घोषित कर दिया, लेकिन लोग अब भी नहीं मान रहे। वे बेखौफ घूमते नजर आए। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today Strictly missing in the streets, people gather from the streets in the streets
April 11, 2020
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