
चाचरिया चौकी प्रभारी पर ग्रामीणों द्वारा भ्रष्टाचार व अभद्रता के आरोप लगाए जाने के बाद अब मामले में राजनीति भी शुरू हो गई है। विधायक ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर चौकी प्रभारी को निलंबित कर उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। कार्रवाई नहीं होने पर चौकी के सामने ही धरने पर बैठने की चेतावनी दी। वहीं भाजपा नेता चौकी प्रभारी के बचाव में आ गए हैं। नेताओं का कहना है 8 माह में कोई आरोप नहीं लगा। 8 दिन में मैडम भ्रष्टाचारी कैसे हो गईं।
धनोरा व चाचरिया के ग्रामीणों ने बुधवार को एसडीओपी से शिकायत की थी। इसमें चाचरिया चौकी प्रभारी अलका मेनिया पर झूठे केस में फंसाने की धमकी देने, अभद्र व्यवहार करने के आरोप लगाकर कार्रवाई की मांग की थी। अगले ही दिन गुरुवार को विधायक ग्यारसीलाल रावत ने भी मुख्यमंत्री व गृहमंत्री के नाम पत्र ग्रामीण थाना प्रभारी वीडीएस परिहार को देकर चाचरिया चौकी प्रभारी को हटाने की मांग की। कार्रवाई नहीं होने पर धरने पर बैठने की चेतावनी भी दी। विधायक ने लिखा चौकी प्रभारी क्षेत्र के आदिवासियों को धमकी देकर लाखों रुपए की वसूली कर रही हैं। रामकोला निवासी किराना दुकान संचालक भावसिंग पिता रेजा के घर से चौकी प्रभारी 5 लीटर पेट्रोल ले गई और 50 हजार रुपए मांगे। रुपए नहीं देने पर जेल में डालने की धमकी दी। झिरीजामली निवासी गरदा पिता मांगिया से कहा तेरे खेत में गांजा है। गरदा ने कहा नहीं है, चलकर देख लो। इस पर चौकी प्रभारी ने उसे जेल में डालने की धमकी दी। उनके साथ 4-5 जवान भी थे। चौकी प्रभारी ने 6 लाख रुपए की मांग की। गरदा ने एक लाख रुपए दिए। इसी तरह चारदड़ निवासी खरसिंह पिता किशन को गांजा रखने के झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर 3 लाख रुपए मांगे। नहीं देने पर जेल में डालने की बात कही। मोबाइल भी छीन लिया। उनके साथ 7 पुलिसकर्मी थे। एक लाख रुपए देने की बात पर उसे छोड़ने पर राजी हुईं। पूर्व मंडी अध्यक्ष दयाराम पटेल ने आकर छुड़वाया। ज्ञापन के अनुसार बुधवार को धनोरा, चाचरिया के सरपंच, जनप्रतिनिधियों व व्यापारी गिरधारी गोयल, वेरसिंह राठौर और पंकज मालवीय के घर के सामने कहा जिन्होंने मेरी शिकायत विधायक व एसडीओपी से कही है उन्हें इसके नतीजे भुगतना पड़ेंगे।
इधर... शिकायतकर्ताओं के निजी स्कूल में लिए बयान- भाजपाई
भाजपाइयों ने चाचरिया चौकी प्रभारी का बचाव किया है। भाजपा नेता व जिपं सदस्य विकास आर्य ने कहा चाचरिया चौकी प्रभारी 8 माह से कार्यरत है और अच्छा काम कर रही हैं। अभी तक कोई आरोप भी नहीं लगा। अचानक 8 दिन में ऐसा कैसे हो गया कि वे एकदम से भ्रष्टाचारी हो गईं। कुछ लोग निजी स्वार्थ के लिए उन पर बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं।
आर्य ने कहा विधायक ग्यारसीलाल रावत के कहने पर ग्रामीण थाना प्रभारी वीडीएस परिहार ने शहर के निजी स्कूल में विधायक का ज्ञापन लिया और वहीं शिकायतकर्ताओं के बयान भी लिए। क्या यह न्यायोचित है। चचरिया मंडल अध्यक्ष मनीष मालवीया व धनोरा मंडल अध्यक्ष शोभाराम तलोरे ने भी चौकी प्रभारी के समर्थन में लॉकडाउन के चलते सोशल मीडिया पर ज्ञापन देकर चौकी प्रभारी को चचरिया में ही पदस्थ रखने की मांग की है। उन्होंने कहा मैडम के कार्यकाल में अपराध घटे हैं और भ्रष्टाचार कम हुआ है। मैडम लॉकडाउन का पालन करवा रही हैं। वे कोरोना महामारी के चलते लगे लॉकडाउन में 6 माह की बेटी से दूर रहकर ड्यूटी निभा रही हैं। कांग्रेस नेता उनकी झूठी शिकायत कर रहे हैं। तथाकथित कांग्रेस नेताओं को छोड़कर ग्रामीणों को चौकी प्रभारी से कोई शिकायत नहीं है।
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