लॉकडाउन बढ़ने का फायदा हाईवे के निर्माण में मिल रहा है। लॉकडाउन के कारण सड़क पर आवाजाही न के बराबर रहने से निर्माणकर्ता कंपनी खाली सड़क पर तेजी से निर्माण कार्य करा रही है। सड़क का काम जून 2020 तक पूरा करने की डेडलाइन थी, लेकिन डेढ़ माह काम बंद होने से इस पर काफी प्रभाव पड़ा है। एनएचएआई का कहना है कि सड़क निर्माण यदि जून तक पूरा नहीं हुआ तो बारिश से 4 महीने काम पूरी तरह ठप हो जाएगा।
बता दें कि जिले में कटनी-गुमला नेशनल हाईवे 43 पर मध्यप्रदेश सीमा से सूरजपुर जिले की सीमा तक 10 मीटर चौड़ाई में डामरीकृत मार्ग और टू-लेन का काम 234 करोड़ से चल रहा है। मनेंद्रगढ़ से डोमरिया तक 79 किमी के बीच मुआवजा प्रकरणों की अड़चनें फंसने के बाद निर्माण कार्य पूरा कराने की समय अवधि बढ़ाई गई थी, लेकिन इसके बाद भी तय समय तक एनएच पूरा नहीं हो सका। अफसर भले ही कह रहे हैं कि जिले में जुलाई तक हाईवे का काम पूरा कर लिया जाएगा, लेकिन लॉकडाउन से काफी काम पिछड़ने के कारण उम्मीद कम है। गौरतलब है कि पहले जिले में 78.1 किमी का हाईवे बनाने के लिए 27 नवंबर 2019 लक्ष्य निर्धारित किया गया था, जिसे बाद में बढ़ाकर जुलाई किया गया था।
डब्लूएमएम हुआ डामरीकरण बाकी
बाइपास सहित 60 किमी सड़क पर डब्लूएमएम का काम पूरा कर लिया गया है, वहीं 50 किमी बीटी कार्य पूरा हुआ है। हाईवे पर तैयार होने वाले 9 पुल-पुलियों के निर्माण में 6 पुलियों का निर्माण पूरा कर लिया गया है, जबकि एक पुल काम फारेस्ट क्लीयरेंस नहीं मिलने के कारण रुका है, तो वहीं एक खरवत में अधूरा है।
एक सप्ताह पहले कलेक्टर ने दी थी निर्माणकार्य की मंजूरी
मालूम हो कि हाईवे निर्माण कार्य की अनुमति करीब एक सप्ताह पहले कलेक्टर ने दी थी, लेकिन मजदूर और संसाधन जुटाने में लगी कंपनी को समय लग गया। निर्माण शुरू हुए तकरीबन 4 दिन हो गए हैं, इससे काम में तेजी नजर आने लगी है। लॉकडाउन में खाली सड़क पर तेजी से निर्माण कार्य चल रहे हैं। पार्ट-पार्ट में जगह-जगह काम शुरू कर दिया गया है, जिसे तेजी से निपटाया जा रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि जुलाई तक डामरीकरण का काम पूरा हो जाएगा, यदि इस बीच बारिश शुरू हो गई या किसी कारण निर्माण रुक गया तो 4 महीने तक काम बंद हो जाएगा। इससे निर्माण कंपनी को नुकसान उठाना पड़ सकता है।
जमगहना में गिट्टी पाटने का चल रहा काम
बाइपास सड़क पर जमगहना में गिट्टी पाटने का काम चल रहा है तो वहीं खरवत में ब्रिज और सड़क को जोड़ने का काम अभी बाकी है। इसके साथ ही बरबसपुर और चरचा क्षेत्र में भी हाईवे का काफी काम रुका हुआ है, जिसे पूरा करने के तेजी से प्रयास किए जा रहे हैं। विभाग के अनुसार हाेली की छुट्टी के बाद जब तक मजदूर काम शुरू करते, तब तक वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन हो गया। इससे काम बंद था। निर्माण कंपनी का कहना है कि 30 फीसदी मजदूरों के साथ काम शुरू हुआ है। जल्द ही मजदूरों की संख्या बढ़ाकर काम में और तेजी लाएंगे।
मुख्यालय में बाइपास पर 14 पुलिया व 1 पुल तैयार कर रहे
जिला मुख्यालय में बाइपास सड़क पर 14 पुलिया और 1 पुल तैयार किए जा रहे हैं। इसमें पुल का बेस वर्क पूरा हो गया है। सड़क को पुल से जोड़ने का काम रुका है। इससे जुलाई तक काम पूरा होने में संशय बना हुआ है। दावे के अनुरूप काम पूरा होना मुमकिन नजर नहीं आ रहा है, ऐसे में कहीं न कहीं विभाग भी मान रहा है कि जिले में बारिश से एनएच का काम निश्चित तौर पर प्रभावित होगा। नेशनल हाईवे सब इंजीनियर यूके पोर्ते ने बताया कि लॉकडाउन में सड़कें खाली होने से निर्माण में तेजी आई है, लेकिन जुलाई तक हाईवे निर्माण पूरा होने में संशय बना हुआ है।
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