बीते एक सप्ताह से पूरे प्रदेश के साथ शहर में भी झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही थी जिससे शुक्रवार के दिन कुछ राहत मिली। पश्चिमी विक्षोभ का असर यह हुआ कि दिन के वक्त बारिश भी दर्ज हुई। मौसम विभाग के अनुसार अभी दो से तीन दिनों तक कुछ ऐसा ही मौसम बना रहेगा। दिन की शुरूआत एकदम तीखी धूप से होगी लेकिन दोपहर और शाम के वक्त तक तेज अँधड़ और कहीं-कहीं बारिश भी हो सकती है। मौसम का मिजाज इसलिए बदल रहा है क्योंकि राजस्थान से लेकर छत्तीसगढ़ की सीमा तक द्रोणिका है जिससे इस पूरे इलाके में मौसम में बदलाव हो रहा है।
आगे जून के प्रथम सप्ताह में गर्मी का असर बढ़ेगा जिससे प्री मानसून की गतिविधियाँ बढ़ेंगी। शुक्रवार को शहर का अधिकतम तापमान 40.6 डिग्री दर्ज किया गया जो सामान्य से एक डिग्री कम रहा। इसी तरह न्यूनतम तापमान 26.8 डिग्री दर्ज किया गया यह भी सामान्य से एक डिग्री कम रहा। इस तरह मई के अंतिम दिनों में जो पारा 4 से 6 डिग्री अधिक रह सकता है वह सामान्य से एक डिग्री कम दर्ज हुआ। शहर और आसपास के एरिया में अभी 6 किलोमीटर की रफ्तार से दक्षिणी-पश्चिमी हवाएँ चल रही हैं। आने वाले 24 घण्टों में शहर में दोपहर और शाम के वक्त तेज आँधी और बरसात भी हो सकती है।
प्री-मानसून की गतिविधियाँ 3 माह वैसे गर्मियों के दिनों में किसी भी तरह से मौसम में अचानक आया बदलाव, बूँदाबाँदी, बारिश और तेज हवा को प्री -मानसून की एक्टिविटी माना जाता है। यह मार्च से आरंभ होकर मई के अंत तक चलता है। इसके बाद मानसून सीजन ही माना जाता है। मौसम वैज्ञानिक देवेन्द्र तिवारी कहते हैं किअभी भले ही पश्चिमी विक्षोभ का असर है लेकिन प्री मानसून एक्टिविटी है जो सक्रिय है। मई अंत तक यह प्रभावी होती है व जून के प्रथम सप्ताह में यह बंद हो जाती है। अभी फिलहाल विंड पैटर्न भी लगातार बदल रहा है जिससे अन्य तरह के बदलाव सामने आते हैं। हवा का रुख जो सुबह रहता है शाम तक वह तेजी से बदल रहा है।
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