केसूर का युवक धार की मेडिकल दुकान पर दवाई लेने के लिए गया था। जहां एक युवक भी दवाइयां लेकर ब्लड के लिए परेशान हाे रहा था। बार-बार किसी को फोन कर रहा था जो लग नहीं रहा था। उसे परेशान होता देक केसूर के राहुल अग्रवाल ने पूछा कि क्या हो गया इतने चिंतित क्यों हो। तब युवक ने बताया मैं यहां अस्पताल में अपनी बहन को लेकर आया हूं। डिलीवरी हाेने से ब्लड की जरूरत है। कोरोना वायरस के चलते वह व्यवस्था नहीं कर पा रहा हूं। अग्रवाल ने कहा मैं पहले भी ब्लड दे चुका हूं। आपके साथ चलता हूं। धार के निजी अस्पताल में जाकर रक्तदान किया।
अग्रवाल ने बताया मैं उस व्यक्ति को नहीं जानता था। मैं और मेरे मित्र पहले भी जरूरत पड़ने पर रक्तदान कर चुके हैं। खून देने से किसी की जान बच जाती है तो इससे बड़ी खुशी की बात क्या होगी। वे लोग खुटपल्ला की ओर से एक महिला को डिलीवरी के लिए लाए थे। जिन्हें ऑपरेशन में करीब तीन यूनिट ए पाॅजिटिव खून की जरूरत थी। एक यूनिट स्वयं व एक यूनिट कुम्हार गड्ढा निवासी दाेस्त रवि वर्मा काे बुलाकर उपलब्ध कराया। उनका मानना है कि रक्तदान करना सबसे बड़ी सेवा है। जो स्वस्थ व्यक्ति ब्लड दे सकते हैं तो उन्हें रक्तदान अवश्य करना चाहिए।
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