
आषाढ़ महीने की अमावस्या पर रविवार को तीर्थनगरी में बड़ी संख्या में श्रद्धालु नर्मदा स्नान-दर्शन के लिए पहुंचेंगे। हालांकि सभी घाटाें पर स्नान प्रतिबंधित है। शुक्रवार को पुलिस बल तीर्थनगरी पहुंचा। इसमें डीएसपी, टीआई, एसआई, प्रधान आरक्षक व आरक्षक शामिल है।
रविवार को अमावस्या पर्व होने से तीर्थनगरी में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। जिसे देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था के लिहाज से पुलिस प्रशासन द्वारा यहां अतिरिक्त बल की तैनाती यहां के मुख्य घाट, प्रमुख मार्ग, मंदिर परिसर क्षेत्र बस स्टैंड सहित अन्य क्षेत्रों में की गई है। लॉकडाउन के बाद पहली बार यहां बड़े पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु आएंगे। 21 जून को आने वाले ग्रहण का सूतक काल 20 जून को रात 10.30 बजे लगेगा। 21 जून दोपहर 2.4 बजे तक रहेगा। प्रमुख मंदिर और धार्मिक स्थल सूतक काल के दौरान बंद रहेंगे। यानी 15 घंटे 34 मिनट तक।
इस बार अमावस्या पर सूर्य ग्रहण होने के कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु यहां जप, तप, हवन, अनुष्ठान करने के उद्देश्य से नर्मदा तटों पर एकत्र होंगे। भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है। 21 जून, रविवार को ग्रहण इस साल का पहला सूर्य ग्रहण है। यह सूर्य ग्रहण कई मायनों में खास है। ज्योतिषाचार्यों के अनुसार यह ग्रहण आषाढ़ अमावस्या, 21 जून को दिखेगा। कुछ विद्वान इसे चूड़ामणि का भी नाम दे रहे हैं।
छह घंटे लंबा होगा ग्रहण
21 जून को सुबह 10.31 बजे ग्रहण शुरू हो जाएगा और दोपहर 12.18 बजे मध्यकाल रहेगा। 2.4 बजे ग्रहण का मोक्ष होगा। यह तीन घंटे 35 मिनट लंबा ग्रहण रहेगा। इस वजह से पूरी दुनिया में इसकी चर्चा हो रही है
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