जिले में करोना संक्रमण रोकने के लिए 5.33 करोड़ रुपए का बजट हैं। इसमें स्वास्थ्य विभाग ने 3.29 करोड़ व नगर निगम ने 2.04 करोड़ रुपए का बजट रखा है। 2.85 करोड़ रुपए खर्च हो चुके हैं। इसमें स्वास्थ्य विभाग का खर्च 2.06 करोड़ है। सबसे ज्यादा 1 करोड़ रुपए मरीजों की जांच और उनके सैंपल लेबोरेटरी भेजने व लाने पर खर्च हुए हैं। दूसरा बड़ा खर्च नगर निगम का 83 लाख रुपए शहर में गली मोहल्ले व कंटेनमेंट क्षेत्रों में सैनिटाइजेशन पर हुआ। तीसरा बड़ा मद मजदूरों और छात्रों का परिवहन है, जिस पर 72 लाख रुपए खर्च हो चुके हैं।
कोरोना संक्रमण फैलने पर राज्य सरकार से 29 मार्च को 2 करोड़ रुपए मिले थे। इसके अलावा ग्लोबल बजट में 1 करोड़ रुपए खर्च करने के निर्देश राज्य शासन से मिले थे। इस राशि में कुल 7047766 रुपए खर्च हुए। कोरोना संक्रमण का तेजी से फैलाव होने पर शेष 1.29 करोड़ रुपए में से 30.50 लाख रुपए एसडीओ बड़नगर तथा नगर निगम उज्जैन को 50 लाख रुपए अग्रिम दिए गए। इस आवंटन में से 49.2 लाख रुपए शेष बचे हैं। नगर निगम ने स्टेट डिजास्टर रेस्पोंस फंड से 2.04 करोड़ रुपए खर्च का प्रस्ताव राज्य शासन को भेजा है। कलेक्टर आशीष सिंह के अनुसार खर्च का ब्यौरा रखा जा रहा है।केवल कोरोना के इलाज के लिए कोविड केयर सेंटर बनाने पर 33.14 लाख, डॉक्टरों और स्टाफ की ट्रेनिंग पर 93 हजार खर्च।
1.64 लाख रुपए का किराना सामान बांटा
प्रशासन ने अब तक 1.35 करोड़ रुपए के बिलों का भुगतान कर दिया है। इसमें 1.64 लाख रुपए का किराना सामान भी है जो नागरिकों को बांटा गया। इसके अलावा टेंट 15.06 लाख, पेट्रोल-डीजल 22.27 लाख, मास्क व सैनिटाइजर 12.94 लाख, सीसीटीवी आदि पर 11.38 लाख तथा मजदूरों और विद्यार्थियों के परिवहन के 72.43 लाख रुपए शामिल है।
14.53 लाख रुपए से कीटनाशक खरीदा
कंटेनमेंट गली मोहल्लों में छिड़काव के लिए कीटनाशक सोडियम हाइपो क्लोराइड 36430 ली. पर 14.53 लाख रु., अधिकारियों-कर्मचारियों के सैनिटाइजर 11800 बोतल की खरीद पर 4.01 लाख रु. वहीं नगर में प्रचार-प्रसार, कंटेनमेंट में टेंट, माइक, वीडियोग्राफी, नानाखेड़ा स्टेडियम में लगाया टेंट आदि पर 53 लाख रु. खर्च है।
निगम का2.04 करोड़ का बजट, वाहनों पर 1 करोड़ खर्च
निगम ने संक्रमण की रोकथाम के लिए 2.04 करोड़ रु. का बजट तय किया है। 50 लाख एडवांस लिए हैं। निगम का सबसे ज्यादा खर्च 1 करोड़ वाहनों के किराए पर खर्च हो रहा है। सैनिटाइजेशन के लिए ट्रैक्टर आदि पर 70 दिन में किराए के रूप में 68.60 लाख, भोजन वितरण वाहनों पर 23.80 लाख और अन्य वाहनों का किराया मिलाकर 1.09 करोड़ खर्च होंगे।
3 लाख के मास्क, 1.77 लाख के हैंड ग्लव्ज
अधिकारियों-कर्मचारियों को संक्रमण से बचाने 1.23 लाख के सेफ्टी किट सूट, 2.47 लाख के साबुन व हैंडवाश, 6.90 लाख की पीपीई किट, 91000 की स्प्रे-मशीनें, 45000 की डिस्पोजल पीपीई किट, 27 हजार के रेग्जिन ताबूत, 33000 के इंफ्रारेड थर्मामीटर खरीदे।
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