
कोरोना महामारी के चलते लगे लाॅकडाउन की वजह से 70 दिन बाद अनलॉक एक के पहले दिन सोमवार को गंगा दशमी पर स्नान करने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु नेमावर पहुंचे। इस दाैरान साेशल डिस्टेंसिंग का बिल्कुल भी पालन नजर नहीं आया।
दरअसल श्रद्धालुओंका आगमन दो पहिया व चार पहिया वाहनों के माध्यम से होने के चलते सिद्धनाथ एवं नागर घाट पर भीड़ जुटने लगी। साेशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं किया गया। प्रशासन लोगों को नर्मदा पहुंच मार्ग पर बेरिकेड्स लगाकर समझाइश देकर लौटाने की कोशिश करता रहा।
इधर स्थिति बेकाबू होती देख थाना प्रभारी नरेंद्रसिंह परिहार ने स्टाफ के साथ मोर्चा संभालते हुए सख्त रुख अपनाया और मोबाइल वैन में लगे ध्वनि विस्तारक यंत्र के माध्यम से लोगों को साेशल डिस्टेंस बनाए रखने एवं वापस अपने-अपने गंतव्यों की ओर लौटने के निर्देश देते रहे। तब कहीं जाकर सुबह 9 बजे बाद मुख्य स्नान वाले नागर घाट एवं सिद्धनाथ घाट पर भीड़ कम हुई। हालांकि लोग पुलिस को चकमा देते हुए नगर के आंतरिक मार्गों से पेड़ी घाट, पड़ियार घाट, खाईपार घाट और मेलघाट की ओर रुख करने लगे। जब प्रशासन को उक्त स्थिति का अंदाजा हुआ तब आंतरिक मार्गों को रस्सी बांधकर बंद किया गया। लोगों को रोकने के लिए पुलिस जवान तैनात किए गए।
कुछ लोगों को समझाइश देकर वापस लौटाया
थाना प्रभारी परिहार एवं सीएमओ अनिल जोशी ने समय रहते बिगड़ती स्थिति को संभाल लिया। नागर घाट पर खातेगांव तहसीलदार राधा महंत, नायब तहसीलदार चंद्रशेखर परमार अपने अमले के साथ डेरा जमाए डटे रहे और लोगों को समझाइश देकर लौटाते रहे।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2ZVV9qg
via IFTTT