काेराेनाकाल के बीच ऑटोमोबाइल सेक्टर में फिर रंगत लौटने लगी है। अनलॉक 1 और 2 में वाहनों के चौंकाने वाले रजिस्ट्रेशन हुए हैं। दिवाली, दशहरा के सीजन से भी ज्यादा। हालांकि, इसमें रुके हुए रजिस्ट्रेशन शामिल हैं लेकिन नई गाड़ियों को लेकर भी लोगों में रुझान है। इसकी वजह पब्लिक ट्रांसपोर्ट का बंद होना है। लोगों को बाहर जाने के लिए सुरक्षा के मद्दनेजर कार पहली पसंद बन गई है। कार-ट्रैक्टर 11% ज्यादा बिके हैं।
बाजार अनलाॅक हाेते ही जिले में ट्रैक्टर, कार, ऑटाेऔर बाइक की पिछले साल दशहरा-दीपावली से भी ज्यादा खरीदारी हुई। ऑटोमोबाइल विक्रेता निशांत फौजदार ने बताया लाॅकडाउन में शादी सहित अन्य सामाजिक कार्यक्रमों का नहीं होना भी है, इससे रुपयाें की बचत हुई तो लोगों ने चारपहिया खरीदने में रुचि दिखाई। इनमें भी लाेगों का कार, ट्रैक्टर (निजी वाहन) की तरफ रुझान ज्यादा है। 50 दिनाें में 306 टैक्टर, 147 कार, 73 औटाे और1834 बाइक बिके। आरटीओमनाेज तेहनगुरिया ने बताया कि वर्तमान के साथ मार्च के रुके पंजीयन भी हुए हैं। वहीं लाेग अब निजी साधनाें से यात्रा करना भी ज्यादा पसंद कर रहे हैं।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट बंद होने से अब निजी वाहनों के प्रति तेजी से बढ़ रहा रुझान
ट्रैक्टर : अक्टूबर 2019 में ट्रैक्टर के 146 पंजीयन हुए थे। अनलाॅक के बाद (पिछले 50 दिनाें में) 306 ट्रैक्टराें के पंजीयन अारटीअाे में हुए। अकेले जून में 157 और जुलाई के सिर्फ 20 दिन में 149 ट्रैक्टर बिक गए हैं। गेहूं का बंपर उत्पादन बड़ी वजह है। हालांकि लॉकडाउन से पहले जनवरी में 307 ट्रैक्टराें का पंजीयन हुआथा।
चारपहिया : पिछले साल दीपावली के मुकाबले अब लाेग कार खरीदी ज्यादा पसंद कर रहे हैं। कारण परिवार की काेराेना से सुरक्षा के साथ सफर है। अक्टूबर 2019 में 103 चारपहिया बिके थे, जबकि जून 2020 में 116 गाड़ियां रजिस्टर्ड हुईं। जुलाई के पहले 20 दिनों में भी 31 गाड़ियां दर्ज की गईं। जिले में रोजाना औसतन तीन गाड़ियां बिक रही हैं।
ऑटाे : काेराेनाकाल के बाद ऑटाे की खरीदी पिछले साल से दाेगुनी हाे गई। राेजगारऔर घर के उपयाेग के लिए लाेगऑटाे खरीदी कर रहे हैं। अक्टूबर 2019 में 31 ऑटाे का पंजीयन हुआ। वहीं अनलाॅक के बाद आंकडा डबल हाे गया। अकेले जून में ही 70 ऑटो पंजीकृत हो गए। मैक्सी कैब भी अक्टूबर में 1 बिकी जाे अनलाॅक में 4 रजिस्टर्ड हुई है।
दोपहिया : पिछली दिवाली की तरह ऑटोमोबाइल सेक्टर तेजी से कवर कर रहा है। अक्टूबर 2019 में 1207 दोपहिया रजिस्टर्ड हुए थे जबकि जून 2020 में 1115 रजिस्टर्ड हो गए हैं। जुलाई में भी अब तक 719 दोपहिया रजिस्टर्ड किए गए हैं। आंकड़ों के आधार पर लॉकडाउन के पूर्व की ही रफ्तार जल्द आने की उम्मीद जताई जा रही है।
ऑटोमाेबाइल्स की खरीदी इसलिए ज्यादा:एक्सपर्ट्स का कहना है कि जिले में बस बंद है। ऐसे में जरूरतों को देखते हुए लोग कार और अाटाे को खरीद रहे हैं। कोरोना काल में लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल नहीं करना चाहते, वे दोपहिया वाहन खरीद रहे हैं।
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