रविवार को शहर में टोटल लॉकडाउन रहेगा। सरकार और प्रशासन के स्तर पर इस दिन बाजार खोलने की मंजूरी नहीं मिलने से लोगों के पास राखी की खरीदारी के लिए शनिवार का दिन ही रहेगा। इधर, कलेक्टर मनीष सिंह ने 24 मार्च से बंद जिम, लाइब्रेरी, योग संस्थान, ब्यूटी पार्लर 5 अगस्त से खोलने का आदेश जारी कर दिया। चोइथराम फल-सब्जी, आलू-प्याज और निरंजनपुर मंडी में शनिवार से काम शुरू हो सकेगा। ये मंडियां रविवार को बंद रहेंगी, लेकिन रात में माल बेचने आने वाले किसानों को रात्रि कर्फ्यू से छूट रहेगी। शहर के स्कूल-कॉलेज, कोचिंग संस्थान 31 अगस्त तक बंद रहेंगे। राजनीतिक, धार्मिक और सामाजिक आयोजनों पर रोक जारी रहेगी। कलेक्टर मनीष सिंह ने कहा कि ईदगाह पर सामूहिक नमाज नहीं होगी, सभी लोग घरों पर ही धार्मिक काम कर सकते हैं। राखी के लिए भी यही प्रावधान रहेगा। वहीं शुक्रवार को शहर में 120 नए मरीज सामने आए, जबकि एक की मौत हो गई। कुल एक्टिव मरीज 2060 हो गए।
टीआई की विदाई या कोरोना का स्वागत !
शिवपुरी ट्रांसफर हुए मल्हारगंज थाने के टीआई संजय मिश्रा के विदाई समारोह में साेशल डिस्टेंसिंग नजर नहीं आई। बैंड-बाजे के साथ थाने पहुंचे लोगों ने टीआई को फूलों से लाद दिया। मामला सामने आने के बाद अधिकारियों ने जांच की बात कही है। थाने का चार्ज टीआई प्रीतम सिंह ठाकुर को दिया है।
1027 क्षेत्रों में से 427 ऐसे, जहां जुलाई में एक भी मरीज नहीं मिला
यूं तो रोज़ाना नए-नए इलाकों में कोरोना के मरीज सामने आ रहे लेकिन कई पुराने क्षेत्र ऐसे भी हैं जहां मई और जून में एक भी मरीज सामने नहीं आया है। अभी तक 1027 इलाके चिह्नित किए जा चुके हैं जहां पर कोरोना के मरीज मिले हैं। अच्छी बात यह है कि इनमें से 427 ऐसे भी हैं जहां जुलाई माह में एक भी मरीज सामने नहीं आया है। इतना ही नहीं सर्वाधिक संक्रमित इलाका माना जा रहा मालवा-मिल भी बेहतर स्थिति में है। एक जुलाई को यहां मिले मरीजों की संख्या 277 थी जो 31 जुलाई तक 282 पर पहुंची। शेष |पेज 7 पर
यानी 30 दिन में 5 मरीज मिले। जबकि यह क्षेत्र सबसे ज्यादा भीड़-भाड़ वाला क्षेत्र माना जाता है। डॉक्टर्स पर पथराव के लिए बदनाम हुए टाटपट्टी बाखल ने मिसाल कायम की है। यहां मरीजों की संख्या 37 पर स्थिर बनी हुई है। वहीं मल्हारगंज ने भी बढ़ते संक्रमण की रफ्तार को थाम लिया है। यहां एक माह पहले मरीजों की संख्या 133 थी। जुलाई में एक मरीज सामने आया। जबकि यह वह इलाका है जहां मल्टी के कई परिवार संक्रमित हुए थे। यह इलाका टॉप-5 संक्रमित क्षेत्र में शुमार हो गया था।
एमजीएम मेडिकल कॉलेज के कम्यूनिटी मेडिसिन डिपार्टमेंट प्रमुख डॉ. सलिल साकल्ले कहते है कि लॉक डाउन के कारण वायरस के फैलाव की शृंखला को नियंत्रित किया जा सका। इससे बीमारी को ज्यादा फैलने से रोकने में मदद मिली है। जिसका परिणाम जून और जुलाई में आया। अभी भी जो केस आ रहे हैं वे सिर्फ भीड़भाड़ वाली जगह से आ रहे हैं।
- मार्च के बाद 6 इलाकों में मरीज नहीं मिले
-अप्रैल में 115 इलाके ऐसे चिह्नित किए गए जहां नया मरीज नहीं मिला
-मई में 149 इलाके चिह्नित किए गए
-156 इलाकों में 30 जून के बाद नया मरीज नहीं मिला
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