क्षेत्रीय रेलवे प्रशिक्षण संस्थान (जेडआरटीआई) के लिए मकोड़िया आम में खुद की जगह पर पसरा अतिक्रमण रेलवे के लिए परेशानी खड़ी कर रहा है। यहां पर रेलवे ने 50 करोड़ में प्रशिक्षण संस्थान बनाने की योजना बनाई है। अब तक मंडल से रेल कर्मचारियों को भुसावल व उदयपुर में ट्रेनिंग के लिए जाना पड़ता है। ऐसे में मकोड़िया आम में रेलवे को खुद की जमीन सबसे कारगर लगी। रेलवे अफसरों ने इसका दौरा कर यहां पर ट्रेनिंग सेंटर बनाने का प्रस्ताव रेलवे बोर्ड को भेजा। बोर्ड ने ट्रेनिंग सेंटर को मंजूरी दी। डीआरएम विनीत कुमार गुप्ता के अनुसार जोनल ट्रेनिंग सेंटर के लिए कंसल्टेंट नियुक्त कर दिया है। इसके बाद काम में तेजी लाने का प्रयास किया जा रहा है। जीआरपी ने फरवरी में अतिक्रमण हटाने के लिए 27 गुमटियों और ठेला संचालकों को नोटिस जारी किए थे। इसमें 7 दिन का वक्त दिया था। फरवरी का महीना गुजरने के बाद न तो अतिक्रमण हटाए गए न ही रेलवे ने कोई कार्रवाई की।
तकनीकी, दूरसंचार के साथ यातायात की ट्रेनिंग देंगे
रेलों की विविध प्रणाली, तकनीकी, सिग्नल और दूरसंचार, इंजीनियरिंग, लेखा, कार्मिक, भंडार, यातायात की ट्रेनिंग दी जाएगी। अधिकारियों-कर्मचारियों को भारतीय रेल संगठन में अपना मूल्यांकन करने के लिए मित्र, दार्शनिक एवं मार्गदर्शक के रूप में कार्य करने की सलाह दी जाएगी ताकि वे बदलते वातावरण के अनुरूप सुधार लाने हेतु सकारात्मक भूमिका निभा सकें। प्रशिक्षण संस्थान में देशभर से प्रशिक्षण आएंगे। प्रशिक्षणार्थियों को व्हाइट बोर्ड व चॉक-डस्टर की जगह स्क्रीन पर पढ़ाने की व्यवस्था की जाएगी।
अतिक्रमण हटे तो काम शुरू हो
^रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाने के लिए प्रशासन और रेलवे को निर्देश देंगे कि वे जल्द ही जमीन को खाली करवाएं। प्रोजेक्ट तैयार है जैसे ही जमीन खाली होगी वहां पर काम शुरू करवा दिया जाएगा।
-अनिल फिरोजिया, सांसद
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3ePYg6I
via IFTTT