बीते 2 दिनों से क्षेत्र में लगातार बारिश हो रही है। पहाड़ी क्षेत्र में बारिश होने के कारण अजनाल नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। शनिवार को अजनाल नदी उफान पर आ गई, इससे गुप्तेश्वर मंदिर जाने वाला पुल डूब गया। खेड़ीपुरा पर स्थित हरदा-खंडवा को जोड़ने वाला हाईवे का पुल भी डूब गया। इस कारण सुबह 9 से दोपहर 4 बजे तक आवागमन पूरी तरह से बंद रहा।
हरदा का खंडवा से सड़क मार्ग का संपर्क पूरी तरह से कट गया। आवागमन बंद होने के बाद भी लोग जान जोखिम में डालकर पुल से आते - जाते रहे। मालूम हो कि 2 दिन पहले ही चारखेड़ा में टिमरन नदी में एक युवक बह गया था, जिसका अभी तक कुछ पता नहीं चला है। इधर शनिवार को तेज बारिश के चलते अजनाल नदी के किनारे स्थित प्राचीन शिव मंदिर, गणेश मंदिर डूब गए। शनि मंदिर भी आधा डूब गया। मानपुरा में पानी भर गया। इधर हंडिया में भी नर्मदा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंच गया है। प्रशासन ने निचली बस्तियों में अलर्ट जारी किया है। कलेक्टर अनुराग वर्मा ने कहा कि 2 दिन से लगातार बारिश हो रही है। शनिवार को स्टेट हाईवे बन्द रहा। हंडिया में नर्मदा का भी जलस्तर बढ़ रहा है। प्रशासन अलर्ट है। मौके पर राजस्व, होमगार्ड और पुलिस टीम लगी हुई है।
बाढ़ आने से दो वार्ड पूरी तरह कराए खाली
सुखनी नदी में भी बाढ़ आ गई। बाढ़ का पानी बाजू में स्थित जेल की दीवार से लग गया। जेलर एमएस रावत ने बताया कि प्रशासन को सूचना दे दी है। जेल कैंपस के भीतर पानी नहीं आया। बंदियों को रखने के लिए ऊंचाई पर स्थित दो वार्ड पूरी तरह खाली कर लिए हैं। रिकॉर्ड और गोदाम का सामान भी सुरक्षित है। कैंपस में लगी डीपी भी 3 फीट ऊंची करा दी है।
टिमरन में बहे युवक का नहीं चला पता
2 दिन पहले ही टिमरन नदी में चारखेड़ा के पास 30 वर्षीय युवक बह गया था। जिसका आज तक पता नहीं लगा। तेज बारिश के कारण अजनाल नदी किनारे स्थित पेड़ी घाट वाला प्राचीन गणेश मंदिर डूब गया। मानपुरा क्षेत्र में जत्रा पड़ाव के पास स्थित गणेश मंदिर आधा डूब गया। यहां मानपुरा इलाके में बारिश का पानी भर गया। युवा और बच्चे यहां तैरते दिखाई दिए। कुछ घरों में भी पानी भराया।
नदी में बाढ के उतरने का इंतजार करते लोग
शनिवार को दिनभर होती रही तेज बारिश से सुबह 9 बजे स्टेट हाईवे पर स्थित खेड़ीपुरा वाला पुल डूब गया। इससे हरदा का खंडवा से संपर्क कट गया दोनों और लोग काफी देर तक बाढ़ का पानी उतरने का इंतजार करते रहे। जब ऐसा नहीं हुआ तो लोग लौट गए। कुछ लोगों ने मौके पर पुलिस तैनात नहीं होने के कारण जान जोखिम में डालकर पैदल पुल पार किया। 4 बजे के बाद पुल से आवागमन शुरू हुआ। इधर हरदा और रन्हाई के बीच स्थित फाइल का रास्ता भी पानी में डूब गया।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2YoqK2a
via IFTTT