सुमित ठक्कर.महज तीन दिन में चंदन नगर में सब बदल गया। पहले गलियों में लोग इकट्ठा होकर तफरीह करते थे, लेकिन अब सब घरों में सिमट गए। चंदू वाला रोड पर जिस गली में रहवासी पुलिस टीम पर पथराव किया और मारने दौड़े थे, वहां गुरुवार को सन्नाटा था। छह आरोपियों पर कार्रवाई ने यह नजारा बदल दिया। टीआई वायएस तोमर ने इलाके में ड्रोन उड़वाया तो लोग घबरा गए। कई लोगों ने घरों की खिड़कियां बंद कर लीं तो छतों पर खड़े लोग भागकर फिर घर में दुबक गए। एसआई बाइक पार्टी के साथ चंदू वाला रोड, ग्रीन पार्क, लोहा गेट की तंग गलियों में घूमे तो एक भी शख्स घर से नहीं निकला। दोपहर करीब साढ़े 12 बजे चंदन नगर में भगतसिंह चौराहे पर तीन युवक बाइक से गुटखा लेने के लिए निकल आए। एसआई की टीम ने उन्हें रोका तो वे बाइक दौड़ाकर गलियों में भाग निकले। काफी पीछा करने के बाद सईद नामक युवक को पकड़ा। उससे साथियों के नाम पूछकर उन्हें भी पकड़ लिया। दोनों ने अपने नाम रफीक और उस्मान बताए। तीनों की पुलिस ने अच्छी खातिरदारी की और थाने में बैठा दिया। पुलिस की यह सख्ती देख दिनभर चंदन नगर की गलियों में लोग नहीं निकले।
सामान्य बीमारियों के इलाज के लिए छोटा क्लिनिक खुलेगा
चंदू वाला रोड की 10वीं गली में जहां पुलिस पर हमला हुआ, वहां गुरुवार दोपहर में कमिश्नर आकाश त्रिपाठी और आईजी विवेक शर्मा पहुंचे। इस दौरान समाज के प्रमुख और पूर्व पार्षद रफीक खान ने समाज की तरफ से अफसरों से माफी मांगी। खान ने कहा कि इस घटना ने मुस्लिम समाज को पूरे विश्व में शर्मसार कर दिया। अब ऐसी घटना नहीं होगी। अफसरों ने सामान्य बीमारियों के मरीजों के इलाज के लिए छोटा क्लिनिक खोलने की बात कही। लोगों ने कहा कि अरिहंत, क्लाॅथ मार्केट और यूनिक जैसे अस्पतालों में सामान्य बीमारियों का इलाज हो। कमिश्नर ने चंदन नगर में ही क्वारेंटाइन हाउस बनाने की बात कही, लेकिन फिर विचार हुआ कि यहां कोई व्यवस्था नहीं है। इसलिए मैरिज गार्डनों में ही ठीक रहेगा।
रिपोर्ट-2 एक मरीज मिला तो डर ऐसा कि सिर्फ दूध व पेपर के लिए दरवाजे खोलते हैं रहवासी
राहुल दुबे.लोकमान्य में सिर्फ सुबह सात से आठ और शाम को भी इसी समय घरों के दरवाजे खुल रहे हैं। पहले पेपर उठाने के लिए दरवाजा खुलता है तो दूसरी बार दूध वाले के लिए। इसके बाद आप काॅलोनी में घरों के बाहर लोग देखने के लिए तरस जाएंगे। काॅलोनी के गेट नंबर दो पर एक चौकीदार के सिवाए दूसरा कोई व्यक्ति नजर नहीं आता। जगह-जगह प्रिंट आउट चिपका दिए हैं। जिस पर लिखा है कि कर्फ्यू में ढील के बाद कोई बाहरी व्यक्ति यहां प्रवेश ना करे। 7 अप्रैैल को यहां एक कोरोना पॉजिटिव मिलने बादइस अनुशासित काॅलोनी के लोग और सख्त हो गए हैं।
कंटेनमेंट एरिया बनने के बाद लोग इतने सजग हैं कि माॅर्निंग वाॅक भी छत पर ही कर रहे हैं या स्थगित कर दी है। रहवासियों के इस स्वानुशासन से पुलिस को काफी सहूलियत है। जिस घर में पॉजिटिव व्यक्ति मिला उसके आसपास के चार घरों को भी क्वेरंटाइन कर दिया है। घरों के बाहर स्टीकर चस्पा कर दिया है। जिस पर 22 अप्रैल तक लोगों केघरों में रही रहने की बात लिखी है। लोकमान्य नगर को घर, रोड कीसाफ-सफाई खुद ही करने, डेंगू, मलेरिया के दौर में खुद ही फाॅगिंग कराने सहित कई मामलों में जाना जाता है।
सब्जी वालों को भी नहीं आने दे रहे
रहवासी संघ ने लाॅकडाउन के बाद किसी बाहरी को नहीं आने दिया। प्रशासन ने सब्जी पर रोक लगाई तो लोगों ने खुद ही सब्जी लेना बंद कर दी। किसी सब्जी वाले को प्रवेेश भी नहीं करने दिया। जिनके पास छूट है वहीं वेंडर किसी रहवासी के बुलाने पर आ पाते हैं। इनमें भी दूध और पेपर वाले के अलावा किसी को नहीं बुलाया जा रहा। पुलिस ने केवल एक बार दोनों गेट पर बैरिकेडिंग की। इसके बाद से पुलिस को काॅलोनी में गश्ती करने की जरूरत नहीं पड़ी। बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक सब घरों में ही रहकर वक्त बिता रहे हैं।
रहवासी बोले- यहां आना मना है, अब लॉकडाउन खत्म हाेने पर ही खुलेगा गेट का ताला
गौरव शर्मा.एरोड्रम रोड स्थित विंध्याचल नगर। कंटेनमेंट एरिया। इस क्षेत्र के गेट को ताला लगाकर बंद कर दिया है। मेन रोड से आवाजाही क्षेत्र में पूरी तरह से बंद। रामचंद्रनगर होते हुए जब कॉलोनी में जाएंगे तो अंदर गलियों को भी लोगों ने सील कर दिया है। किसी ने फोर-व्हीलर को आड़ा लगाकर तो किसी ने अस्थायी बैरिकेड्स, सीढ़ियां लगाकर। क्षेत्र में आने-जाने की एक गली को छोड़ बाकी सभी गलियां पूरी तरह से बंद हैं। क्षेत्र के ही निवासी करण का कहना है वैसे तो हम लॉकडाउन के बाद से ही घर से बाहर नहीं निकले। लेकिन अब कंटेनमेंट एरिया बनने के बाद से और ज्यादा सतर्क हो गए हैं। क्षेत्र में बाहरी लोगों की आवाजाही बंद है। स्थानीय निवासी भी बहुत जरूरी होने पर ही घर के बाहर निकल रहे हैं। वहीं, इसी घर से कुछ दूरी पर रहने वाले गोपाल यादव का कहना है कॉलोनी के मेनगेट के साथ ही लोगों ने गलियों को भी बंद कर दिया है ताकि किसी तरह की आवाजाही नहीं हो। क्षेत्र के लोगों से अपील भी की गई कि घरों में ही रहें। ये ही अभी सबसे सच्ची मानव सेवा है।
मरीमाता : आधे बैरिकेड्स बंद, पर आवाजाही चालू
मरीमाता क्षेत्र में गणेश मंदिर के पास से सड़क के दोनों हिस्सों में बैरिकेड्स जरूर लगाए। ज्यादातर लोग तो घरों में ही थे, लेकिन गणेश मंदिर के आगे के हिस्से में जरूर गलियों में कुछ वाहनों की आवाजाही चालू थी। कई लोग घरों के बाहर भी खड़े थे। पुलिस की गाड़ी आने पर लोग जरूर अंदर हुए लेकिन इसके बाद वही स्थिति। क्षेत्र में रहने वाले प्रकाश ने कहा अभी इस हिस्से में एक पॉजिटिव केस आ गया है। ज्यादातर लोग तो समझदारी दिखा रहे, सतर्क भी हैं, लेकिन कुछ लोग अब भी नहीं मान रहे। बाणगंगा रोड की ओर रहने वाले कमल ने कहा इस क्षेत्र में कई गरीब परिवार भी हैं। उन्हें खाने-राशन की परेशानी है। घरों में राशन खत्म होने की कगार पर है। फूड पैकेट आ रहे लेकिन संख्या कम है। 10 लोगों के बीच दो-तीन फूड पैकेट आते। हम लोग घरों में ही हैं, लेकिन परिवार के लोगों को भूखा नहीं देख सकते। उन्होंेने प्रशासन से राशन-फूड पैकेट की मांग भी की।
पल्हर नगर : मेडिकल टीम ने की लोगों की स्क्रीनिंग
60 फीट रोड स्थित ओम विहार-पल्हरनगर क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव आने के बाद यहां पर मेडिकल टीम पहुंची। जिस घर में केस आया, वहां पर अन्य लोगों की स्क्रीनिंग की। वहीं, ओम विहार की ही एक गली में एक व्यक्ति का निधन भी हुआ। अंतिम संस्कार में परिवार के कुछ लोग गए।
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