लॉकडाउन के कारण रोजगार बंद होने से मजदूरी कर आजीविका चलाने वालों के सामने परिवार पालने का संकट खड़ा हा़े गया है। इन लोगों को राशन देने के बाद अब भोजन पैकेट दिए जा रहे थे। लेकिन रविवार को भोजन नहीं मिलने पर लोगों ने पूर्व पार्षद के घर जा पहुंचे। मामला वार्ड क्रमांक 13 स्थित न्यू पानवाड़ी मोहल्ला का है। दोपहर 12.30 बजे करीब 100 लोग पूर्व पार्षद के घर खाना मांगने पहुंचे। पूर्व पार्षद के पति संजय गुप्ता से खाना मांगा और थालियां बजाकर हंगामा किया।
गुप्ता द्वारा रसोई केंद्र से भोजन पैकेट लाकर मोहल्ले में जरूरतमंदों को वितरित किए जा रहे थे। लेकिन रविवार को भोजन पैकेट नहीं मिलने पर लोग गुस्सा गए। दोपहर 12.30 बजे गुप्ता के घर पहुंचकर थालियां बजाई। लोगों ने गुप्ता से कहा कि आप अपने घर से भोजन दे दो। इस पर गुप्ता ने उन्हें शांति बनाए रखने और भोजन की व्यवस्था कराने का भरोसा दिया। साथ ही लोगों को सोशल डिस्टेंस का पालन करने के लिए प्रेरित किया। वहीं कुछ दिनों पहले वार्ड क्रमांक 8 के लोगों ने सांई मंदिर के पास रहने वाले समाजसेवी के घर पहुंचकर राशन दिलाने के लिए हंगामा किया था।
भोजन देना बंद करने के आरोप बेबुनियाद है। पारिवारिक काम में व्यस्त होने से रविवार को देरी से रसोई केंद्र पहुंच सका। शाम तक 1495 भोजन पैकेट दिए गए। किसी को मना नहीं किया।
-अजीत जैन, सेवादार, रसोई केंद्र बड़वानी
लोगों को रसोई केंद्र से भोजन लाकर दे रहे पार्षद
दीनदयाल रसोई केंद्रों से गरीब, बेसहारा लोगों को भोजन नहीं मिलने से लोगों ने विरोध किया। गुप्ता ने बताया रसोई केंद्र के सेवादार अजीत जैन से भोजन पैकेट उपलब्ध कराने के लिए चर्चा की। सेवादार को कोई समस्या थी, तो उन्हें सांसद, विधायक या अफसरों को बताकर समस्या का हल निकालना था। लेकिन उन्होंने अचानक खाना बंद कर दिया। इससे शहर में 2000 गरीबों को भूखा रहना पड़ा। गुप्ता ने बताया खाना बनाने में कोई परेशानी आ रही है, तो जनप्रतिनिधियों व अफसरों से चर्चा कर हल निकाला जा सकता है, ताकि लोगों को भूखा न रहना पड़े।
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