शहर के गल्ला व्यापारी ने लाखों रुपए के कर्ज के चलते परेशान होकर सोमवार रात जहर खा लिया। रात में छोटे भाई को फोन लगाकर बताया था कि अब मैं घर नहीं आऊंगा। मैंने जहर खा लिया है। यह पता चलते ही परिजन पूरी रात खोजबीन में लगे रहे। मंगलवार सुबह हासमपुरा क्षेत्र में खेत पर व्यापारी की लाश मिली।
चंद्रावतीगंज निवासी शैलेष देसाई 45 साल सोमवार रात को बाइक से निकले थे जिसके बाद वह घर नहीं लौटे। रात 11.30 बजे शैलेष ने छोटे भाई नितिकेश को फोन लगाकर कहा कि तेरी भाभी का ख्याल रखना, मैं आत्महत्या कर रहा हूं। रात में ही परिजनों ने नीलगंगा पुलिस को सूचना दे दी व शैलेष की तलाश में जुट गए। सुबह 6.30 बजे हासमपुरा में अंतरसिंह के खेत पर लाश मिलने की सूचना के बाद नीलगंगा पुलिस के साथ एफएसएल अधिकारी अरविंद नायक मौके पर पहुंचे। नायक ने बताया कि घटना स्थल से कुछ दूरी पर मृतक की बाइक मिली जिस पर टंगे बैग में सैनेटाइजर की बोतल व जहर भी मिला जिसे जब्त कराया गया।
40 लाख रुपए कर्ज होनेसे परेशान था व्यापारी
व्यापारी शैलेष के परिचितों ने बताया कि व्यापार में नुकसान के चलते शैलेष दो साल से काफी परेशान था और 30 से 40 लाख रुपए का कर्ज हो गया था। कर्जदारों का ब्याज चुकाने में ही उसकी 110 बीघा जमीन बिक गई। अभी भी कई लोगों को पैसा देना था जिसके चलते वह काफी परेशान था। लॉकडाउन के बाद कर्जा देने वाले ज्यादा तंग करने लगे थे। नीलगंगा पुलिस ने बताया कि परिजनों केबयान लेकर पता किया जाएगा कितना कर्ज था और कौन लोग परेशान कर रहे थे। मृतक के मोबाइल की कॉल डिटेल भी चैक कराई जाएगी।
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