जिले की दो सीटों (गोहद और मेहगांव) पर होने वाले उप चुनाव में भाजपा को बिजली के करंट का डर सता रहा है। इसलिए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बिजली कंपनी के एमडी विशेष गढ़पाले को इन सीटों पर भेजकर बिजली की व्यवस्था ठीक करने की जिम्मेदारी दी है। शुक्रवार को एमडी ने गोहद विधानसभा मुख्यालय पर न सिर्फ बिजली कंपनी के अफसरों की बैठक ली। साथ ही खुद भी बिजली लाइन के मेंटेनेंस और डिस्ट्रूब्यूशन सिस्टम को देखा। हालांकि इस बैठक में भिंड और लहार डिवीजन के अधिकारी भी बुलाए गए थे। लेकिन फोकस पूरा गोहद और मेहगांव पर रहा।
यहां बता दें कि भिंड जिले की पांच विधानसभा सीटों में से दो गोहद और मेहगांव पर उपचुनाव होना है। वहीं इन दिनों बिजली की अघोषित कटौती और आंकलित खपत के बिल की काफी शिकायतें आ रही हैं। ऐसे में कांग्रेस का दामन छोड़ कर भाजपा में शामिल हुए दोनों विधानसभा के विधायक रणवीर जाटव व ओपीएस भदौरिया को उपचुनाव में बिजली की वजह से नुकसान न हो जाए, ये डर सता रहा है। वे खुद कई बार बिजली कंपनी के अफसरों से इस संबंध में शिकायत भी कर चुके हैं। लेकिन जब समस्या का निराकारण नही हुआ तो पूर्व विधायक जाटव और भदौरिया ने एक सप्ताह पहले मुख्यमंत्री से शिकायत की। वहीं मुख्यमंत्री ने भी उपचुनाव को देखते हुए इसे गंभीरता से लेकर कंपनी के एमडी को सभी सीटों पर स्थिति सुधारने की जिम्मेदारी दी है।
भिंड, अटेर और लहार में सुनवाई नहीं क्योंकि यहां अभी चुनाव नहीं
एक ओर सरकार गोहद और मेहगांव में उपचुनाव को देखते हुए इन क्षेत्रों में बिजली की समस्या को दूर करने के लिए भोपाल से एक विशेष अधिकारी को जिम्मेदारी दे दी है। वहीं दूसरी ओर जिले की तीन विधानसभा (भिंड, लहार और अटेर) ऐसी हैं जहां अभी चुनाव नही है इसलिए यहां इन समस्या से जूझ रहे लोगों पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। भिंड के सनवाई में एक माह से ट्रांसफार्मर फुंका हुआ है, तो अटेर के कई गांवों की भी यही कहानी है। लहार में लोगों को को 8-10 घंटे ही बिजली मिल रही है।
भिंड: द्वार सनावाई गांव में पिछले एक महीने से ट्रांसफार्मर फुंका पड़ा है। 22 मई को ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से बिजली कंपनी के अधिकारियों को आवेदन भी दिया था। लेकिन अब तक उसे बदला नहीं गया। सुनवाई नहीं होने से लहरोली, वीसनपुरा और अतरसुमा में भी लोग बिजली के लिए परेशान हैं। यहां बल्ब टिमटिमाते हैं।
अटेर: फूफ नगर पंचायत में 8 से 10 घंटे ही लोगों को बिजली मिल रही है। ग्रामीण इलाकों में हालात ओर भी खराब है। नहारा सरपंच राजू सिंह का कहना है कि पिछले एक महीने से एक दो घंटे मुश्किल से बिजली रुक पाती है। बरही, रमा, चाचर, गड़ा, रानी विरगवां, भदाकुर, भगवासी, भोनपुरा आदि गांव में ट्रांसफार्मर फुंके पड़े है। सुनवाई भी नहीं हो रही।
लहार: यहां भी बिजली की स्थिति अच्छी नही है। जैतपुरा गांव में पिछले डेढ़ माह से ट्रांसफार्मर फुंका पड़ा है। इसीप्रकार अचलपुरा, गोरई, नोउधा, काथा, आदि गांव में ट्रांसफार्मर खराब होने से लोगों को बिजली नही मिल पा रही है। क्षेत्र के लोगों की मानें तो 24 घंटे में बमुश्किल 8 से 10 घंटे बिजली मिल रही है। लोग बिजली कंपनी को कोसने को मजबूर हैं।
गोहद: एक महीने पहले आई आंधी में टूटे खंबों को अब तक नहीं बदल पाई कंपनी
28 मई को गोहद विधानसभा क्षेत्र में काफी तेज आंधी आई थी, जिसमे करीब 600 पोल और डीपी गिरने से 40 गांव की बिजली सप्लाई ठप हो गई थी। करीब एक महीने में बिजली कंपनी 300 पोल ही बदल पाई है। अभी भी बाराहेड, धमसा का पूरा, सर्वा, तुकेडा, चक तुकेडा, लटकन का पूरा, गुरिखा, बंधवाल का पूरा, मोती सिंह का पूरा, बूटीकुईया सहित करीब 20 गांव के लोग आज भी बिना बिजली के रह रहे हैं। इसके अलावा आकलित खपत के बिल अलग से लोगों को परेशान किये हुए हैं। घूम का पूरा गांव में अभी बिजली के कनेक्शन हुए नही है जबकि कंपनी की तरफ से ग्रामीणों को आकलित खपत के बिल भेजे जा रहे हैं।
मेहगांव: कई गांव के ट्रांसफार्मर फुंके, जहां सही वहां भी 8-10 घंटे ही मिल रही बिजली
मेहगांव विधानसभा क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में इन दिनों लोगों को 8 से 10 घंटे भी बिजली नही मिल रही है। वही विधानसभा मुख्यालय पर हालत ये है कि बादल छाते ही बिजली गुल हो जाती है। पिछले 28 मई को आई आंधी में मेहगांव के पररावन, धनोली, देवरा, सींगपूरा, कोंहार सिमार, अजनोल, पडकोली, ख़िदरपुरा सहित करीब 20 गांव में दो दिन तक बिजली नही आई। वहीं विरगवां, गुदावली, भगोरा, सिलोली, मुस्तरी, गौना आदि गांव में बिजली के ट्रांसफार्मर फुंके पड़े हैं। वहीं कुछ लोग ट्यूबवेल पर रखे ट्रांसफार्मर या दूसरी जगह से लाइन खींच कर काम चला रहे हैं। इसके अलावा आकलित खपत के बिलों की समस्या से भी लोग जूझ रहे हैं।
मुख्यमंत्री से की थी बिजली संकट की शिकायत
पिछले कुछ दिनों से बिजली कटौती काफी बढ़ गई थी, कई गांव में ट्रांसफार्मर खराब पड़े हैं, इन्हें बदलने की जब बिजली अधिकारियों से बोलते तो वे सिर्फ आश्वासन देते थे। काम नही हो रहा था। इसलिए मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। जिसके बाद एमडी ने यहां आकर स्थिति देखी। काम के लिए 6 करोड़ की राशि भी स्वीकृत की है।
- रणवीर जाटव, पूर्व विधायक, गोहद
क्षेत्र में बिजली समस्या की काफी शिकायतें मिल रहीं थीं
क्षेत्र में बिजली समस्या की काफी शिकायतें मिल रही थी। अमायन, रौन और मेहगांव सर्किल में काफी कटौती हो रही थी। ट्रांसफार्मर पर क्षमता से अधिक लोड होने के कारण बार बार बिजली जा रही थी। इसलिए पिछले सप्ताह मुख्यमंत्री को ये समस्या बताई थी। 5 करोड़ रुपये की अनुशंसा भी हुई है।
- ओपीएस भदौरिया, पूर्व विधायक मेहगांव
जहां महाप्रबंधक बुला लेते हैं, वहां पहुंच जाता हूं
-मेरी बैठकें रूटीन हैं। कटौती, बिल, राजस्व से संबंधित हैं। जहां जिले के महाप्रबंधक बैठक तय कर देते हैं, वहां पहुंच जाता हूं। विस उपचुनाव से इसका लेनादेना नहीं है। पाेहरी, गाेहद और मुरैना में बैठक ले चुका हूं। शनिवार को दतिया में बैठक लेने के बाद शिवपुरी-गुना होता हुआ भोपाल निकल जाऊंगा।
विशेष गढ़पाले, एमडी बिजली वितरण कंपनी
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