महाकालेश्वर की श्रावण सवारी पहली बार ग्रीन कॉरिडोर जैसे छोटे रास्ते से होकर निकलेगी। सवारी में श्रद्धालु नहीं होंगे। केवल पालकी और बाबा महाकाल का राजसी लवाजमा ही रहेगा। सवारी के लिए नए रूट तय किए गए हैं। नए सवारी मार्ग की ओर आने वाले सभी रास्ते पुलिस बंद रखेगी। नए रूट पर दो तरफा बेरिकेडिंग की गई है। सवारी वाले हिस्से में पालकी, पुलिस बैंड, घुड़सवार सेना, सशस्त्र बल, चोबदार, ढोलकी, पुजारी ही जाएंगे। दूसरे हिस्से में मीडिया और तैनात अधिकारी-कर्मचारी जा सकेंगे। सवारी शाम 4 बजे शुरू होगी। कलेक्टर आशीष सिंह भगवान के चंद्रमौलेश्वर स्वरूप का पूजन और आरती करेंगे।
यह है सवारी मार्ग : महाकाल से रामघाट की ओर- बड़ा गणेश, हरसिद्धि चौराहा, सिद्धाश्रम के सामने से पिशाचमुक्तेश्वर मंदिर के पास से होकर रामघाट।
रामघाट से महाकाल की ओर- रामानुजकोट, पाल, हरसिद्धि चौराहा, बड़ा गणेश होकर महाकाल मंदिर।
दो सवारी के बाद समीक्षा
कलेक्टर आशीष सिंह ने स्पष्ट किया है कि पहली और दूसरी सवारी निकाले जाने के बाद व तीसरी सवारी के पहले जिला स्तरीय आपदा प्रबंधन समूह बैठक कर सवारी मार्ग के बारे में निर्णय लेकर मार्ग तय करेगा।
सवारी मार्ग की 27 गलियांे में बैरिकेडिंग, परेशानी से बचने के लिए साढ़े चार घंटे इन मार्गों पर जाने से बचे
सवारी मार्ग की 27 गलियों को सोमवार को पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। सवारी के दौरान चार घंटे के लिए सवारी मार्ग के एक किलोमीटर एरिया में पुलिस आज रास्ते बंद कर आवाजाही रोक देगी। सुबेदार संजय राजपूत ने बताया कि सोमवार को दोपहर 2 से शाम 6.30 बजे के दौरान चारधाम, बेगमबाग, कोटमोहल्ला, गुदरी, कहारवाड़ी, शंकराचार्य चौराहा, नृसिंहघाट पहुंच मार्ग, यंत्र महल से चारधाम पहुंच मार्ग, दानीगेट से रामघाट-मुंबई वालों की धर्मशाला तक का मार्ग प्रतिबंधित रहेगा।
आज सुबह 5.30 से रात 9 बजे तक दर्शन, ऑनलाइन परमिशन वालों को ही सामान्य दर्शन कतार से प्रवेश
श्रावण के पहले सोमवार को महाकालेश्वर मंदिर में सुबह 5.30 बजे से दर्शन शुरू हो जाएंगे। मंदिर समिति ने सामान्य कतार में दर्शन के लिए 7.5 हजार श्रद्धालुओं को ऑनलाइन प्री-परमिशन दी है। दर्शन चार पारियों में रात 9 बजे तक होंगे। दर्शन के लिए शंखद्वार गेट से प्रवेश दिया जाएगा। श्रद्धालुओं का स्वास्थ्य परीक्षण के बाद उन्हें मंदिर में जाने की अनुमति होगी। मंदिर में वे पूजन सामग्री, फूल, प्रसाद, जल-दूध नहीं ले जा सकेंगे। श्रद्धालुओं को नंदीगृह के पीछे गणेश मंडपम से दर्शन होंगे।
महाकाल दर्शन गाइड
श्रावण आज से, दर्शन के लिए भी प्री-परमिशन लेना जरूरी
श्रावण में आप महाकाल दर्शन करने जा रहे है तो जरूरी बातें जान लें ताकि आपकी यह यात्रा ज्यादा सुखद हो सके।
- महाकालेश्वर मंदिर के अधिकृत मोबाइल एप श्री महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन को प्ले स्टोर से डाउनलोड करें।
- डेश बोर्ड पर लाइव दर्शन सुविधा, जनरल दर्शन टिकट बुकिंग, धर्मशाला बुकिंग, डोनेशन, प्री-पेड दर्शन टिकट की विंडो खुलेगी।
- जनरल दर्शन टिकट बुकिंग पर दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग कर सकते हैं।
- रोज 10 हजार श्रद्धालुओं को दर्शन की ऑनलाइन परमिशन मिलेगी।
- कोरोना गाइड लाइन के पालन में केवल दर्शन
- की अनुमति है। पूजन सामग्री, जल-दूध आदि नहीं ले जाएं।
250 रु. में शीघ्र दर्शन
मंदिर के शंखद्वार के पास 250 रुपए से शीघ्र दर्शन पास की सुविधा उपलब्ध है।
दर्शन का समय
सुबह 5.30 से 8, 8 से 10, 11 से दोप. 1, दोप. 2 से शाम 4, 4.30 से 6, 6 से रात 9 बजे तक है।
मंदिर में आरती
भस्मआरती सोमवार- तड़के 2.30 से 4.30, मंगलवार से रविवार- तड़के 3 से 5 बजे तक।
दद्योदय आरती - सुबह 7, भोग आरती सुबह 10, सांध्य आरती शाम 7, शयन आरती रात 10.30 बजे।
(कोरोना संक्रमण गाइड लाइन के पालन में किसी भी आरती में शामिल होने की अनुमति नहीं है।)
सवारी : सोमवार को दोप.3 बजे मंदिर के सभामंडप में पूजन के बाद शाम 4 बजे सवारी शुरू होगी।
- सवारी में श्रद्धालुओं के आने पर प्रतिबंध है।
- मंदिर के सोशल मीडिया पेज, वेबसाइट और स्थानीय चैनलों पर लाइव प्रसारण से दर्शन करें।
- श्रावण के 5 और भादौ के 2 सोमवार को सवारी।
सुविधा-मंदिर के पीछे वाहन पार्किंग, जूता स्टैंड, नि:शुल्क चाय। { महाकाल धर्मशाला-ऑनलाइन बुकिंग पर उपलब्ध। मंदिर के काउंटर पर सशुल्क लड्डू प्रसाद। {अन्नक्षेत्र (फिलहाल बंद)
यहां भी दर्शन
भैरवगढ़ स्थित कालभैरव मंदिर। अन्य मंदिर अभी बंद है।
शिप्रा स्नान प्रतिबंधित
रामघाट, दत्त अखाड़ा घाट, त्रिवेणी आदि पर स्नान प्रतिबंधित है।
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