लॉकडाउन ने 25 अप्रैल यानी शनिवार को एक महीना पूरा कर लिया। 14 अप्रैल को लॉकडाउन का पार्ट-1 खत्म हुआ और 15 अप्रैल से दूसरा चरण शुरू हो गया। लॉकडाउन के इस एक महीने में बहुत कुछ बदल गया। लूट, चोरी, डकैती, हत्या की वारदातों का ग्राफ तेजी से गिरा है। घरों से चोरी की वारदातें 80 प्रतिशत तो लूट और डकैती की घटनाएं 95 प्रतिशत तक घट गईं। वाहन चोरी में भी 90 फीसदी की कमी आई है। हालांकि लॉकडाउन में शराब, गुटखा और राशन चोरी की वारदातों में इजाफा हुआ है। एक महीने में चोरी की 25 वारदात हुई हैं जिसमें से 16 तो शराब, गुटखा और राशन चोरी की हैं। मालूम हो कि शराब और गुटखा की बिक्री पर इस समय रोक लगी हुई है।
दैनिक भास्कर ने 25 मार्च से लेकर 25 अप्रैल तक शहर में हुए अपराध का विश्लेषण किया। इसमें यह सामने आया। पिछले साल इसी अवधि में चोरी, लूट, डकैती, हत्या और अपहरण जैसे संगीन अपराध हुए। पिछले साल इस अवधि में 861 आपराधिक घटनाएं हुई। जबकि इस साल 25 मार्च से 25 अप्रैल तक 327 अपराध शहर के अलग-अलग थानों में दर्ज हुए। इसमें से 103 मामले तो सिर्फ लॉकडाउन उल्लंघन के दर्ज हुए। वहीं अवैध शराब के मामले में 67 एफआईआर दर्ज करते हुए 117 लोगों को पकड़ा गया, जिनसे 28 लाख रुपए की अवैध शराब बरामद हुई।
इस बार अलग तरह का अपराध: लॉकडाउन तोड़ने पर 71 गिरफ्तार
- इस साल 25 मार्च से 25 अप्रैल तक 327 अपराध जो दर्ज हुए, उसमें से 103 एफआईआर तो लॉकडाउन तोड़ने वालों पर दर्ज हुईं। इनमें 71 लोगों को गिरफ्तार किया गया।
- शराब तस्करी करने वाले 117 लोग पकड़े गए।
- चोरी की जो घटनाएं हुईं, उनमें शराब, गुटखा, राशन, दूध के पैकेट चोरी तक की वारदात हुईं।
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