
कोरोना वायरस के संक्रमण में लगे लॉकडाउन के कारण एक बेटी अपनी मां के अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो पाई। नगर के फर्नीचर व इलेक्ट्रानिक विक्रेता तैयब अली बवाहिर की सास का बुधवार शाम को निधन हो गया। पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ था। मां के अंतिम दर्शन न होने पर वीडियो कॉलिंग से अंतिम संस्कार को देखा।
तैयब अली बवाहिर ने बताया मेरी सास सकीना सैफुद्दीन जिनवाला (63) उज्जैन में अपने पति के साथ रहती है। बुधवार को रूटीन चेकअप के लिए उनके पति सैफुद्दीन चेरिटेबल हॉस्पिटल ले गए थे। इसी दौरान मंडलेश्वर से मेरी पत्नी व उनकी बेटी जैनब बवाहिर ने उन्हें फोन लगाया। फोन पर बात करते करते ही उन्हें हार्ट अटैक आया। उन्होंने अंतिम सांस ली। लॉकडाउन के कारण हम उनके पास नहीं पहुंच पाए। घर में भी दोनों पति पत्नी अकेले ही थे। मृतका की दो बेटी व एक बेटा है। बड़ी बेटी जैनब बवाहिर मंडलेश्वर व छोटी बेटी फातेमा हैदरी की शादी आगर मालवा में हुई है। सबसे छोटा बेटा अली असगर जिनवाला चार्टेड एकांउटेंट है। वह इस समय सिडनीऑस्ट्रेलियाकी एक बड़ी कंपनी में कार्यरत है। जैनब बवाहिर ने माता के निधन की खबर सुनी तो उनके आंसू रुक नहीं पाए। पूरा परिवार शोक में डूबा हुआ है। पूरे परिवार ने वीडियो कॉलिंग के जरिए अंतिम संस्कार देखा।
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