गुरुपूर्णिमा उत्सव को लेकर श्री दादाजी मंदिर में तैयारियां पूरी हो गई हैं। मंदिर को आकर्षक विद्युत सज्जा से सजा दिया है। दर्शन के लिए आने वाले लोगों को रोकने के लिए प्रशासन ने सड़क से जुड़े पांच गेटों के बाहर पुलिस का पहरा लगा दिया है। मंदिर के ठीक सामने अस्थायी कंट्रोल रूम भी शुरू हो गया है। गुरुवार को मंदिर क्षेत्र में 10 स्थानों पर बैरिकेडिंग कर सील किया। सड़क से लगे मंदिर के गेट नंबर 1,2,6,7, 9 और 10 के पास पुलिस बल तैनात हो गया है। इसके अलावा शहर की सीमाओं पर भी चेकपोस्ट बनाए गए हैं। यहां से दर्शन के लिए आ रहे लोगों को वापस लौटाया जाएगा। हालांकि गुरुवार को शहर के श्रद्धालु आम दिनों की तरह मंदिर के बाहर तक पहुंचे और दर्शन किए। बाहर खड़े होकर ही शाम को हुई आरती में भी शामिल हुए।
परिवार सहित आए लोगों ने किए बाहर से दर्शन किए
गुरुवार को शहर के कुछ लोग परिवार सहित दादाजी की समाधि के दर्शन करने पहुंचे। लोगों ने मंदिर के बाहर से ही हाथ जोड़कर प्रार्थना की। इधर बाहर से दर्शन करने वाले लोगों ने मंदिर के गेट पर रखी टोकरी में धूनि माई को समर्पित करने के लिए श्रीफल और हवन सामग्री भेंट की। वहीं आरती के बाद भक्तों को बूंदी और टिक्कड़ प्रसादी का वितरण मंदिर के सेवादारों ने किया।
फायर फाइटर के प्रेशर से धोकर निगमकर्मियों ने की सफाई
दादाजी मंदिर के सामने वाली सड़क की सफाई गुरुवार को निगमकर्मियों ने फायर फाइटर के प्रेशर से धोकर की। इसी क्षेत्र में प्रशासन ने अस्थायी रूप से कंट्रोल रूम बनाया है। यहां अधिकारी-कर्मचारियों को भी तैनात कर दिया है।
बाइक से आए बैतूल के श्रद्धालुओं ने भी बाहर से किए दर्शन
गुरुपूर्णिमा से दो दिन पहले चार लोगों का जत्था बैतूल से गुरुवार को आया। इसमें शामिल करण सिंह, देवचंद बेले, राजेश पापड़कर, उत्तम बारसवा ने बताया कि हर साल बस या अन्य साधन से दर्शन के लिए आते थे। इस बार बाइक से आना पड़ा।
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