संजय गुप्ता,कटनी में गरीबों के नाम पर फर्जी फर्म और खाते खोलकर इसके जरिए हुए 513 करोड़ के हवाला कांड के तार अब इंदौर से भी जुड़ गए हैं। इस कांड की ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) इंदौर में चल रही जांच के बाद इस हवाला की राशि में से 90 लाख रुपए का उपयोग इंदौर में जमीन खरीदने के मामले में सामने आया है। ईडी ने हातोद में टिगरिया बादशाह की दो सर्वे नंबरों की कुल 1.75 हेक्टेयर जमीन अटैच करने के आदेश दे दिए हैं। यह जमीन अप्रैल 2014 और अक्टूबर 2013 के दौरान खरीदी गई थी और इसके लिए राशि कोलकाता में स्थापित बंगाल क्रेडिट कॉर्पोरेशन प्रालि के बैंक खाते से ट्रांसफर हुई थी। इस कंपनी के डायरेक्टर बैतूल के शत्रुजीत शुक्ला है। ईडी की जांच में सामने आया है कि इस कंपनी पर होल्ड इस हवाला कांड के मुख्य आरोपी सरावगी बंधु सतीश व मनीष सरावगी है।
यह है मामला : सरावगी बंधु, मानवेंद्र मिस्त्री व अन्य लोगों ने साल 2008-09 के दौरान कुछ लोगों के फर्जी दस्तावेजों के आधार पर खाते खुलवाए।
इन खातों में करीब दो साल के दौरान 513 करोड़ रुपए आए इसमें 204 करोड़ रुपए कैश क्रेडिट हुए। बाद में यह खाते 2009-12 के दौरान बंद कर दिए गए। आयकर विभाग से जब खाताधारकों को नोटिस गए तो मामले का खुलासा हुआ कि उन्होंने यह खाते खुलवाए ही नहीं। बाद में इसमें चार एफआईआर हुई और साल 2017 में ईडी इंदौर ने भी इसमें मनी लान्ड्रिंग का प्रकरण दर्ज कर जांच शुरू की। जांच में आया कि यह राशि इन खातों से विविध कंपनियों के पास गई और इनके माध्यम से कई जगह पर संपत्तियां खरीदी गई।
यह जमीन हुई अटैच
सर्वे नंबर 161111 टिगरिया बादशाह, 0.971 हेक्टेयर, यह जमीन 50 लाख में खरीदी गई और सर्वे नंबर 15831 की 0.759 हेक्टयेर, यह जमीन 40 लाख में ली गई और इसके लिए भुगतान आंध्रा बैंक कोलकाता से आरटीजीएस के माध्यम से किया गया।
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