महाकालेश्वर मंदिर में कमलनाथ के साथ आए नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच जम कर धक्का-मुक्की हुई। इस दौरान पूर्व विधायक डॉ बटुकशंकर जोशी के हाथ में चोट लग गई। इस कारण वे नाथ के साथ नंदीगृह में भी नहीं गए।
मंदिर पर जुटे कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच नाथ के पास पहुंचने के लिए जम कर धक्का-मुक्की होती रही। नाथ के साथ कई नेता और कार्यकर्ता भीतर घुस गए। इस दौरान सुरक्षाकर्मियों ने भीड़ को रोकने के लिए गेट लगा दिए। लेकिन विधायक रामलाल मालवीय इस बीच बाहर ही रह गए। उनके लिए गेट खुलवाने को लेकर भी सुरक्षाकर्मियों और नेताओं के बीच हुज्जत हुई। नेताओं ने अधिकारियों के बात की। जब गेट खोला तो एक बार फिर भीड़ भीतर घुस गई। इस दौरान कई नेता गिरते बचे। धक्का-मुक्की में घायल डॉ जोशी नंदीगृह में नहीं गए। नंदीगृह का नजारा भी भयावह था। कोरोना संक्रमण रोकने के लिए मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग का आदेश है लेकिन नंदीगृह में किसी ने पालन नहीं किया। सामूहिक फोटो खिंचवाने के लिए भी नेता-कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंसिंग भूल गए। कई लोगों ने चेहरे पर मास्क भी नहीं लगाए थे।
नाथ के स्वागत में पूरे रास्ते बैनर, पोस्टर से पाट दिए
कमलनाथ ने कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं को नसीहत दे रखी है कि कि वे बैनर, पोस्टर नहीं लगाएं। उनकी नसीहत का उज्जैन के नेताओं पर कोई असर नहीं दिखाई दिया। देवास रोड से लेकर इंजीनियरिंग कॉलेज रोड और इंदौर रोड फोरलेन से महाकाल मंदिर पहुंच मार्ग को बैनर और पोस्टर से पाट दिया गया। इंदौर रोड पर कांग्रेस नेताओं ने बड़े मंच बनाए थे और कांग्रेस कार्यकर्ता सड़क पर खड़े थे। इस वजह से आवागमन में लोगों को परेशानी हो रही थी।
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